आज़म खान की विधायकी रद्द कराने में प्रमुख भूमिका निभाने वाले और उनके खिलाफ 80 मुकदमों में से 43 में सीधे रूप से पक्षकार बनने वाले भाजपा प्रत्याशी आकाश सक्सेना ने रामपुर विधानसभा के उपचुनाव में सपा के धुरंधर नेता के करीबी आसिम रज़ा को लगभग 34 हज़ार वोटों से हराकर एक ऐतिहासिक जीत हासिल की है. आसिम रज़ा की जीत आज़म खान के लिए बहुत बड़ा झटका है. यहाँ पर 21 राउंड तक कांटे की टक्कर चल रही थी, इस राउंड तक आसिम राजा बढ़त पर थे लेकिन इसके बाद बाज़ी पलट गयी और बचे हुए राउंड में मुकाबला एकतरफा होता चला गया.
आकाश का आज़म से पुराना है बैर
आकाश सक्सेना का आज़म खान से बैर का रिश्ता पुराना है, आज़म की विधायकी ख़त्म कराने से पहले वो फ़र्ज़ी डिग्री मामले में अब्दुल्लाह आज़म की भी विधायकी रद्द करा चुके हैं. आज़म खान से उनके बैर का आलम यह है कि सपा नेता पर जो दर्जनों की संख्या में मुक़दमे दर्ज है उनमें से 43 मुकदमों में वो मुख्य पक्षकार की भूमिका में हैं. अपनी जीत को आकाश सक्सेना ने हिन्दू और मुसलमानों दोनों की जीत बताया, उन्होंने कहा कि हमें दोनों समुदायों ने वोट दिया है. उन्होंने कहा कि 1980 से रामपुर का विकास रुका पड़ा हुआ है अब हम सब मिलकर विकास की नई गाथा लिखेंगे।
धांधली आरोपों पर दिया यह जवाब
चुनाव में धांधली के आरोपों पर भाजपा प्रत्याशी ने कहा कि इन आरोपों में कोई दम नहीं है, हारने के बाद सपा के लोग ऐसी ही बातें करते हैं. बता दें कि यह वही आकाश सक्सेना हैं जो आज़म खान के जेल में रहते हुए भी चुनाव हार गए थे लेकिन इसबार आज़म खान की मौजूदगी में उन्होंने उनके उम्मीदवार को धूल चटाकर एक ऐतिहासिक कारनामा कर दिखाया है. रामपुर में सपा से ज़्यादा आज़म खान की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई थी. बता दें कि यूपी की मैनपुरी लोकसभा सीट से सपा की डिंपल यादव ने प्रचंड बहुमत के साथ जीत हासिल की है, वहीँ खतौली विधानसभा सीट से सपा सहयोगी रालोद को कामयाबी मिली है.