जद (एस) के निवर्तमान सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों की जांच कर रही विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। रेवन्ना को हाल ही में यौन शोषण विवाद के बीच जद (एस) द्वारा निलंबित कर दिया गया था। वह कर्नाटक के हासन से भाजपा-जद(एस) के लोकसभा उम्मीदवार हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के पुत्र विधायक और पूर्व मंत्री एचडी रेवन्ना और उनके पोते प्रज्वल के खिलाफ उनके पूर्व रसोइये और रिश्तेदार द्वारा कथित तौर पर यौन उत्पीड़न करने की शिकायत पर होलेनरसीपुरा में मामला दर्ज किया गया है। कर्नाटक की कांग्रेस सरकार द्वारा गठित SIT ने कहा कि पिता-पुत्र की जोड़ी एसआईटी के सामने पेश होने में विफल रही ।
26 अप्रैल को अपने निर्वाचन क्षेत्र हासन में चुनाव समाप्त होते ही देश छोड़कर चले गए सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना ने एसआईटी के सामने पेश होने के लिए सात दिन का समय मांगा था, जिसे पैनल ने खारिज कर दिया था। प्रज्वल की ओर से पुलिस को लिखे पत्र में उनके वकील ने कहा कि निलंबित जद (एस) नेता को जांच टीम के सामने पेश होने के लिए सात दिन का समय चाहिए होगा क्योंकि वह फिलहाल बेंगलुरु में नहीं हैं।
विवाद शुरू होने के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में, प्रज्वल ने एक्स पर कहा कि वह फिलहाल बेंगलुरु में नहीं हैं और उन्होंने सीआईडी को भी इस बारे में सूचित कर दिया है। उन्होंने लिखा, “चूंकि मैं पूछताछ में शामिल होने के लिए बेंगलुरु में नहीं हूं, इसलिए मैंने अपने वकील के माध्यम से सीआईडी बेंगलुरु को सूचित कर दिया है। सच्चाई जल्द ही सामने आएगी।”
चूंकि लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है, प्रज्वल को देश में प्रवेश करते ही और आव्रजन पॉइंट पर रिपोर्ट करते ही गिरफ्तार किए जाने की संभावना है। विधायक और पूर्व मंत्री एचडी रेवन्ना और उनके बेटे प्रज्वल के खिलाफ उनके पूर्व रसोइये और रिश्तेदार द्वारा कथित तौर पर यौन उत्पीड़न करने की शिकायत पर होलेनरसीपुरा में मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रज्वल ने उनकी बेटी को वीडियो कॉल किया और आपत्तिजनक तरीके से बात की, जिससे उन्हें उसे ब्लॉक करने के लिए मजबूर होना पड़ा।