शिमला। कांग्रेस हाईकमान ने विधानसभा चुनाव में पार्टी के सभी खेमों को आगे कर दिया है। कांग्रेस ने अब चुनाव में पूरी ताकत झोंक दी है। इस बार वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा को किसी प्रकार की जिम्मेवारी नहीं दी गई है। वहीं पूर्व सीएम दिवंगत वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा को चुनाव से पहले कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष बनाया तो पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू को प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाया। उन्हें टिकट आवंटन करने वाली स्क्रीनिंग कमेटी का सदस्य बनाया गया है। वीरभद्र खेमे के अन्य नेता मुकेश अग्निहोत्री कांग्रेस विधायक दल के नेता बनाए गए हैं।
तीन दशक से बारी-बारी कांग्रेस-भाजपा की सरकारें बनती रही हैं। 1982 से 1985 के बीच कांग्रेस की सरकार रही। 1985 से 1990 तक कांग्रेस सरकार बनी और वीरभद्र सिंह दूसरी बार सीएम बने। 1990 से 1992 के बीच भाजपा की सरकार आई और शांता कुमार सीएम रहे। 1993 से 1998 तक वीरभद्र सिंह के मुख्यमंत्रित्व में कांग्रेस की सरकार बनी। 1998 से 2003 तक सीएम प्रेमकुमार धूमल के नेतृत्व में भाजपा की सरकार रही। 2003 से 2007 तक वीरभद्र के नेतृत्व में कांग्रेस, 2007-2012 तक फिर धूमल के नेतृत्व में भाजपा, 2012-2017 तक वीरभद्र के नेतृत्व वाली कांग्रेस और 2017 से 2022 तक जयराम ठाकुर के नेतृत्व में भाजपा सरकार बनी है।
इस बार भाजपा जयराम ठाकुर के नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है। गृह राज्य होने के नाते भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा विधानसभा चुनाव में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। विस चुनाव की घोषणा से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने पांच जनसभाओं को यहां पर संबोधित किया। अब पीएम मोदी के अलावा अमित शाह, योगी आदित्यनाथ जैसे बड़े नेता हिमाचल आएंगे।
कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष गंगूराम मुसाफिर, दो पूर्व विधायक सुभाष मंगलेट और जगजीवन पाल समेत छह नेताओं को पार्टी ने छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था।