एक तरफ मोदी और योगी की सरकारें विकास के बड़े बड़े दावे कर रही हैं लेकिन अगर हम बात फतेहपुर सीकरी की करें जहाँ आज तीसरे चरण के दौरान मतदान हो रहा है तो पता चलेगा कि सच्चाई बिलकुल इसके उलट है. ये बात इसलिए कही जा सकती है क्योंकि इस लोकसभा क्षेत्र के बूथ नंबर 95 पर पहले दो घंटे में सिर्फ एक वोट पड़ा है और इसकी वजह ये है कि गाँव में कोई भी विकास न होने की वजह से गाँव वालों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया है. एक वोट भी जो पड़ा है वो गलती से पड़ गया है क्योंकि वोट डालने को बहिष्कार की बात मालूम नहीं थी.
गांव वालों के के मतदान के बहिष्कार के बाद नेताओं की तो हिम्मत नहीं पड़ रही है कि वो गाँव वालों को जाकर मनाएं मगर पुलिस ज़रूर प्रयास में लगी है कि गाँव वालों को मनाकर मतदान के लिए राज़ी किया जाय. पुलिस के अधिकारी पूरे गाँव में गश्त करके गाँव वालों को समझा रहे हैं कि वो अपने मताधिकार का प्रयोग ज़रूर करें लेकिन गाँव वालों पर अभी तक कोई असर नहीं पड़ा है और वो चुनाव के बहिष्कार के फैसले पर अड़े हुए हैं. गाँव वालों का कहना है कि पिछले कई सालों से गाँव में कोई भी विकास कार्य नहीं हुआ है, नेता गाँव में आए तक नहीं हैं तो फिर हम चुनाव में हिस्सा क्यों लें.
बता दें कि यूपी की 80 लोकसभा सीटों के लिए सभी सात चरणों में मतदान होना है, पहले दो चरणों में 16 लोकसभा सीटों के लिए मतदान हो चूका है और आज 10 सीटों पर मैदान हो रहा है. फतेहपुर सीकरी से भाजपा की तरफ से राज कुमार चाहर मैदान में हैं जो मौजूदा सांसद भी हैं, कांग्रेस- समाजवादी पार्टी गठबंधन ने रामनाथ सिकरवार को उतारा है, गठबंधन में ये सीट कांग्रेस के हिस्से में आयी है, वहीँ बसपा ने रामनिवास शर्मा को टिकट दिया है.