राहुल गाँधी की सदस्यता जाने के मुद्दे को भारतीय जनता पार्टी अब पिछड़ों के अपमान का मुद्दा बनाने में जुटी हुई है. इसी सन्दर्भ में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि राहुल गाँधी पर कोर्ट का फैसला भारत की समाजिक समरसता पर चोट पहुंचाने वालों के खिलाफ एक कड़ा संदेश है जो ये दर्शाता है देश का कानून और देश का संविधान सबसे ऊपर है। भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि राज परिवार में पैदा हुए राहुल गांधी के लिए गरीब व पिछडे़ वर्ग के किसी व्यक्ति का प्रधानमंत्री पद पर पहुंचना असहनीय हो रहा है और यही कारण है कि मोदी जी को गालियां देते-देते वह OBC समाज को भी गालियां देने लगे हैं।
मनगढ़ंत आरोप लगाने का पुराना इतिहास
भूपेन्द्र चौधरी ने कहा कि राहुल गांधी का कुतार्किक, तथ्यहीन और मनगढ़ंत आरोप लगाने का इतिहास काफी पुराना रहा है। इसके तमाम उदाहरण सबके समक्ष मौजूद हैं। चाहे वो 2019 लोकसभा चुनाव से पहले जनता को भ्रमित करने के लिए राफेल पर फैलाया गया झूठ हो, जिसके लिए उन्होंने कोर्ट की फटकार खाने के बाद बिना शर्त माफी भी मांगी। जनमानस की अदालत में उन्हें चौकीदार चोर है के नारे पर भी बुरी हार का सामना करना पड़ा।
राजशाही सोच से बाहर नहीं निकल पाई कांग्रेस
चौधरी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने न जानें कितनी बार प्रधानमंत्री मोदी पर भी निजी टिप्पणियां की हैं। वास्तव में कांग्रेस अभी भी राजशाही की सोच से बाहर नहीं निकल पाई है। हद तो तब हो गई जब राहुल गांधी ने ओबीसी समाज पर अभद्र और अमर्यादित टिप्पणी कर उन्हें अपमानित किया। सूरत की एक कोर्ट ने उन्हें इस मामले में दो साल की सजा सुनाई और आज राहुल गांधी की लोकसभा की सदस्यता रद्द कर दी गई है।उन्होंने कहा कि अपनी जिद और निरंतर जनमानस की भावनाओं के खिलाफ बयानबाजी करने वाले राहुल गांधी और कांग्रेस से पूरा ओबीसी समाज प्रजातांत्रिक एवं लोकतांत्रिक ढंग से इस अपमान का बदला आगामी चुनाव में लेगा।