धर्मशाला में खेले गए पांचवें टेस्ट में भारत ने इंग्लैंड को पारी और 64 रनों से हरा दिया. भारत के खिलाफ इंग्लिश टीम दूसरी पारी में 195 रन पर आउट हो गई. रविचंद्रन अश्विन ने पांच, कुलदीप यादव और जसप्रित बुमरा ने 2-2 और रवींद्र जड़ेजा ने एक विकेट लिया. इंग्लैंड के लिए जो रूट ने 84 रन बनाए, जबकि जॉनी बेयरस्टो ने 39, टॉम हार्टले ने 20, ओली पॉप ने 19 और शोएब बशीर ने 13 रन बनाए। टेस्ट मैच की पहली पारी में इंग्लैंड ने 218 रन बनाए जबकि भारतीय टीम 477 रन पर आउट हो गई. 5 मैचों की टेस्ट सीरीज भारत ने 4-1 से जीती.
टीम इंडिया ने 112 साल पुराना इतिहास बदलते हुए धर्मशाला टेस्ट अपने नाम कर एक महारिकॉर्ड बना दिया है। बता दें कि 112 साल बाद ऐसा हुआ है कि जब कोई टीम 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला हारने के बाद लगातार 4 मुकाबले जीते हों। भारत ने ये इतिहास 112 साल बाद दोहरा दिया।टीम इंडिया को इंग्लैंड के खिलाफ हैदराबाद में खेले गए सीरीज के पहले मुकाबले में हार मिली थी, उसके बाद टीम इंडिया ने वापसी की और लगातार 4 मुकाबले जीत लिए हैं।
मैच के तीसरे दिन टीम इंडिया की पारी सिमटने में ज़्यादा समय नहीं लगा, सिर्फ चार रन जोड़कर रोहित सेना ऑल आउट हो गई. भारत को इंग्लैंड पर 259 रनों की बढ़त मिली. जिस तरह से पहली पारी में इंग्लैंड की पारी ढही थी उससे ये साफ़ लग रहा था कि अगर इंग्लैंड पारी की हार से बच जाय तो कमाल ही कहा जायेगा और अंदाज़ा सच निकला। ये तो जो रुट की संघर्ष भरी 84 रनों की पारी का कमाल था जो इंग्लैंड की टीम 195 के स्कोर तक पहुँच सकी वरना टीम का पुलिंदा 150 में बांध जाता। अश्विन ने अपने सौवें टेस्ट को सच में यादगार बना दिया, पहली पारी में चार और दूसरी पारी में पंजा लगाकर उन्होंने कुल 9 विकेट हासिल किये। पहली पारी में कुलदीप ने पंजा लगाया था। पांच विकेट हासिल करने के मामले में अश्विन अब कुंबले से आगे निकल चुके हैं। अश्विन ने 36वीं बार ये कारनामा अंजाम दिया, जबकि इससे पहले 35 बार पंजा लगाकर कुंबले ने ये रिकॉर्ड अपने नाम किया था.