भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच दूसरा और अंतिम टेस्ट सिर्फ पांच सत्रों के अंदर समाप्त हो गया. भारत ने यह टेस्ट मैच गुरूवार को सात विकेट से जीतकर दो मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर कर ली। दूसरे दिन की ख़ास बात एडम मारक्रम का शतक और बुमराह के 6 विकेट रहे. भारत को जीत के लिए 79 रनों का लक्ष्य मिला था जिसे उसने तीन विकेट खोकर पूरा कर लिया। बता दें की भारत को श्रंखला के पहले टेस्ट में पारी और 32 रनों से हार का सामना करना पड़ा था और भारतीय बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी दोनों पर सवालिया निशान उठे थे.
हालाँकि बल्लेबाज़ी केपटाउन में भी सवालों के घेरे में रही, फिर मैच में साउथ अफ्रीका से बेहतर प्रदर्शन रहा. गेंदबाज़ों ने ज़रूर आलोचनाओं का भरपूर जवाब दिया। पहली पारी में मोहम्मद सिराज और दूसरी पारी में जसप्रीत बुमराह ने 6-6 विकेट हासिल किये वहीँ मुकेश कुमार ने बुमराह-सिराज की जोड़ी का भरपूर साथ दिया. प्रसिद्द कृष्णा को ज़्यादा कुछ करने को मौका ही नहीं मिला। भारत की तरफ से जसप्रीत बुमराह ने 13.5 ओवर में 61 रन देकर 6 विकेट हासिल किए। ये बुमराह के करियर में नौंवां मौका रहा जब पारी में 5 विकेट हासिल किये।
यह टेस्ट मैच सिर्फ़ 642 गेंदों में ख़त्म हो गया है। यह टेस्ट इतिहास का सबसे छोटा मुक़ाबला था। इसके अलावा केपटाउन में भारत ऐसी पहली एशियाई टीम है जिसने दक्षिण अफ़्रीका को टेस्ट में हराया है। छोटे लक्ष्य का पीछा करने के लिए एक विशेष रणनीति के तहत यशस्वी जायसवाल और कप्तान रोहित शर्मा उतरे। यशस्वी ने टी 20 स्टाइल में बल्लेबाज़ी शुरू की और ताबतोड़ 28 रन 23 गेंदों में बना डाले। 44 के स्कोर पर भारत का पहला विकेट यशस्वी के रूप में गिरा। शुभमन गिल ने फिर निराश किया और 10 रन बनाकर चलते बने. विराट कोहली भी 11 गेंदों में 12 रन बनाकर आउट हो गए. रोहित भाग्यशाली रहे जो एक आसान सा कैच छूट गया. बाद में चौका लगाकर श्रेयस अय्यर ने मैच भारत की झोली में डाला।