हरिद्वार। उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की भर्ती परीक्षा पेपर लीक प्रकरण में फरार चल रहे 50 हजार रुपए के इनामी और एक अभ्यर्थी सहित तीन आरोपियों को एसआईटी ने रोशनाबाद से गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने मंगलौर में किराए के मकान में अभ्यर्थियों को एकत्र कर प्रश्नपत्र उपलब्ध कराए थे। जिसके एवज में उनको मोटी रकम मिली थी।
इनामी आरोपी के बैंक खाते और एफडी फ्रीज कर दिए हैं। तीनों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। प्रकरण में अब तक नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आज बृहस्पतिवार को रानीपुर कोतवाली परिसर में हरिद्वार एसएसपी अजय सिंह ने बताया, एई-जेई लीक प्रकरण में जांच तेजी से आगे बढ़ रही है।
किराए के मकान में उपलब्ध कराया प्रश्नपत्र
जेल में बंद निलंबित अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी के यूपी के बलिया के बासखेड़ी थाना क्षेत्र के सरया निवासी अनुराग पांडे उर्फ कुमार अनुराग, अवनीश उर्फ अश्वनी निवासी नारसन खुर्द मंगलौर और एई की परीक्षा के अभ्यर्थी विशु बेनीवाल निवासी मंडावली मंगलौर ने उदाहेड़ी मंगलौर में एक किराये के मकान में अभ्यर्थियों को इकट्ठा कर प्रश्नपत्र उपलब्ध कराया था।
उन्होंने बताया कि अनुराग पांडे का नाम सामने आने के बाद तलाश शुरू की गई थी, लेकिन वह हाथ नहीं आया। इसके बाद 25 हजार का इनाम घोषित किया गया। इनाम की राशि 50 हजार कर दी गई। तीनों को रोशनाबाद से गिरफ्तार कर कोर्ट में पेशकर जेल भेज दिया। एसपी क्राइम एवं एसआईटी प्रभारी रेखा यादव, एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह भी पूरे अभियान के दौरान रहे।
अनुराग पांडे का बैंक खाता फ्रीज
एसआईटी ने 50 हजार रुपये के इनामी आरोपी अनुराग पांडे की गिरफ्तारी करने के साथ ही उसके बैंक खातों को खंगाला। बैंक खाते में करीब 13.41 लाख रुपए मिले। इसके बाद खाते को फ्रीज करवा दिया। एसआईटी प्रभारी रेखा यादव ने बताया, आरोपी ने अपनी बहन प्रियदर्शनी के नाम से बैंक में एफडी और कैश जमा कराया था।
विशु ने दी सहायक अभियंता की परीक्षा
आरोपी विशु बेनीवाल ने मई 2022 में लीक प्रश्नपत्र रटने के बाद सहायक अभियंता (एई) की परीक्षा दी थी। जबकि उसने खुद अन्य अभ्यर्थियों को एकत्र किया था। इसके बाद उन्हें मंगलौर में किराए के मकान में लाने के बाद प्रश्नपत्र उपलब्ध कराया था। जिसकी एवज में उसे मोटी रकम मिली थी।