गुजरात चुनाव के पहले चरण के मतदान के दिन प्रधानमंत्री मोदी ने एकबार फिर इमोशनल कार्ड खेला है, उन्होंने गुजरात के लोगों की अस्मिता को ललकारते हुए कहा कि कांग्रेस ने मुझे रावण कहा, हिटलर कहा , मुझसे मेरी औकात पूछी। ये मेरा अपमान नहीं उस गुजरात का अपमान है जिसने मोदी को बनाया। मुझे गुजरात ने औकात दी है. प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर आपको उँगलियाँ घी में हैं तो उसमें से एक ऊँगली से कमल के बटन को आपको दबाना है।
परिवार को खुश करना चाहते थे खरगे
प्रधानमंत्री ने आज कलोल में चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने एक परिवार को खुश करने के लिए मुझे रावण कहा है, मधुसूदन मिस्त्री ने मेरी औकात पूछी है. प्रधानमंत्री ने कहा कि खरगे जी ने वही कहा जो उनसे कहने के लिए कहा गया. कांग्रेस पार्टी को शायद यह नहीं मालूम कि गुजरात रामभक्तों का है, रामभक्तों की ज़मीन पर उन्हें 100 सिर वाला रावण कहा गया. खरगे अगर लोकतंत्र में विश्वास करते तो इस स्तर तक कभी नहीं जाते मगर वो तो एक परिवार में विश्वास करते हैं, परिवार को खुश करने के लिए कुछ भी कर सकते हैं.
राम के अस्तित्व से इंकार करती है कांग्रेस
प्रधानमंत्री ने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस में प्रधानमंत्री के पद को नीचा दिखाने के लिए इस बात पर कंपीटिशन चल रहा है कि कौन मोदी को सबसे ज्यादा गाली दे सकता है, कोई रावण बोल रहा है तो कोई हिटलर. प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस तो राम के अस्तित्व से भी इंकार करती है, वो तो रमा मंदिर के पक्ष में भी नहीं थी, उसे राम सेतु से भी नफरत है. प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेसी दोस्तों मुझपर जितना कीचड़ उछालोगे कमल उतना ही खिलेगा।