पूर्वोत्तर भारत के तीनों राज्यों मेघालय, त्रिपुरा और नागालैंड के विधानसभा चुनाव के मतदान के बाद एग्जिट पोल आ चुके हैं. मेघालय की जहाँ तक बात है तो पोल के अनुसार किसी भी पार्टी को बहुमत मिलती नहीं दिख रही है फिर मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा वाली NPP को बहुमत के सबसे नज़दीक बताया जा रहा है, सरकार बनाने के लिए NPP को एकबार फिर किसी से गठबंधन करना पड़ेगा। बड़ा सवाल यही है कि अगर ऐसी नौबत आयी तो वो किसके साथ गठबंधन करेगी।
एग्जिट पोल में त्रिशंकु असेम्ब्ली
अब एग्जिट पोल के आंकड़े आने के बाद मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने एकबार फिर संकेत दिया है कि वो भाजपा के साथ जा सकती है. हालाँकि अभी भाजपा ने इस तरह की कोई बात नहीं की है, और अपनी ओर से इस बारे में पहल कर भी नहीं सकते हैं क्योंकि पांच साल NPP के साथ मिलकर सरकार चलाने के बाद भाजपा ने ही उससे गठबंधन तोडा था और इस बार अकेले सरकार बनाने का सपना देख रही थी लेकिन एग्जिट पोल के आंकड़ों के हिसाब से उसका सपना बिखरता दिखाई दे रहा है.
भाजपा ने मेघालय फतह के लिए पूरी ताकत झोंक दे थी
मेघालय में चुनाव जीतने के लिए भाजपा ने इस बार पूरी जान लगा दी थी. भाजपा शासित पहाड़ी राज्यों के मुख्यमंत्री वहां डेरा डाले हुए थे. अमित शाह ने पूरी तरह से कमान संभल रखी थी, प्रधानमंत्री की रैलियां भी आयोजित हुई थीं. पांच साल सरकार में रहने के बाद कॉनराड संगमा सरकार और NPP को भ्रष्टाचार में लिप्त और विकास विरोधी बताया था. केंद्र की स्कीमों को लागू न करने जैसे हास्यास्पद आरोप लगाए थे. अब ऐसे में भाजपा का फिर से NPP के साथ जाना तो अंगूर खट्टे निकले जैसी बात ही कही जाएगी। बहरहाल राजनीति में कोई किसी का दोस्त और दुश्मन नहीं होता। कांग्रेस, सीपीआई-एम और TMC के किसी भी संभावित गठबंधन को रोकने के लिए भाजपा NPP के साथ यह कहते हुए जा सकती है कि चुनाव गया बात गयी, वो तो हमारे पुराने सहयोगी हैं.