मेरठ पुलिस ने चीन की मोबाइल कंपनी विवो के खिलाफ चार्ज शीट दाखिल कर दी है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल अभी बना हुआ है कि क्या दोषी विवो कंपनी के खिलाफ कार्रवाई हो सकेगी। क्या विवो कंपनी पर कानूनी शिकंजा कसा जाएगा! सबसे बड़ी बात विवो कंपनी का कोई जिम्मेदार अधिकारी इस समय देश में नहीं है। विवो कंपनी अपना पूरा कार्य अब चीन से संचालित कर रही हैं। वहीं कंपनी पर ईडी और आयकर विभाग का भी शिकंजा कसा हुआ है। ऐसे में मेरठ पुलिस की ओर से दायर की गई चार्ज शीट से विवो पर भारत में एक और मुश्किल बढ़ गई है। बता दें विवो कंपनी ने देश में अपने लग्जरी स्मार्टफोन की शुरूआत काफी जोरशोर से की थी। हालात ये थी कि विवो कंपनी के मोबाइलों को लोग हाथों—हाथ ले रहे थे। लेकिन कंपनी ने जिस तरह से भारत में स्मार्टफोन की श्रृंखला लांच कर धोखाधड़ी शुरू की उससे लोगों का विश्वास गिरता चला गया। अब मोबाइल बाजार में भी विवो की हालात काफी खस्ता है।
रही सही कसर उस समय पूरी हो गई जब विवो कंपनी के एक ही आईएमइआई नंबर पर करीब 13500 मोबाइल एक साथ चलते पाए गए। इसका खुलासा मेरठ पुलिस ने किया था। इसके बाद मेरठ क्राइम ब्रांच और साइबर सेल ने जांच कर चार्जशीट दाखिल कर दी है। चार्जशीट दाखिल करने वाले अधिकारी मौन हैं। वहीं आलाधिकारी सख्त कार्रवाई की बात कर रहे हैं। जांच होने से चार्जशीट दाखिल होने तक विवो कंपनी का कोई अधिकृत बयान अभी तक नहीं आया है। कंपनी अब ऐसे किसी मामले से अनभिज्ञता जाहिर कर रही है। लेकिन इसके सभी साक्ष्य मेरठ पुलिस के पास मौजूद हैं। जो जरूरत आने पर अदालत में भी पेश किए जा सकते हैं।