ऐसा लग रहा था जैसे केकेआर लगातार दूसरी बार 200+ का स्कोर बनाकर मैच हारने वाली है लेकिन अंत में मात्र एक रन से मैच जीतकर ऐसा नहीं होने दिया और सात मैचों में अपनी पांचवीं जीत दर्ज कर अंक तालिका में फिर दूसरे स्थान पर कब्ज़ा कर लिया, वहीँ RCB को एक और हार का सामना करना पड़ा. ये आठ मैचों में उसकी 7वीं हार रही। RCB को अंतिम ओवर में जीत के लिए 21 रन चाहिए थे, उसके पास कोई रेगुलर बल्लेबाज़ भी नहीं था, क्रीज़ पर करण शर्मा और मोहम्मद सिराज थे, गेंद आईपीएल इतिहास के सबसे मंहगे गेंदबाज़ मिचेल स्टार्क के हाथ में थी जिनकी पहले दो ओवरों में बहुत धुनाई हो चुकी थी लेकिन चूँकि सामने करण और सिराज थे इसलिए सभी को लग रहा था कि केकेआर आसानी से मैच को जीत लेगा लेकिन मैच में रोमांच अभी बाकी था. करण शर्मा ने स्टार्क की चार गेंदों में तीन छक्के जड़कर मैच के एकबार फिर RCB की झोली में लगभग डाल दिया था. अब RCB को दो गेंदों में सिर्फ तीन रन चाहिए थे मगर पांचवीं गेंद पर स्टार्क ने एक अविस्मरणीय कैच लेकर करण शर्मा को आउट कर मैच को फिर से रोमांचक बना दिया। अब जीत के लिए एक गेंद पर तीन रन चाहिए थे, स्ट्राइक लौकी फर्गुसन के पास थी जिन्होंने कवर में शॉट खेला और दो रनों के लिए भागे मगर रमनदीप के थ्रो पर कीपर फिल साल्ट ने स्टंप्स बिखेर दिए और RCB की दूसरी जीत का सपना तोड़ दिया
इससे पहले केकेआर ने RCB को 223 रनों का लक्ष्य दिया। कोहली और फाफ के जल्दी आउट होने के बाद विल जैक्स और रजत पाटीदार ने धमाकेदार साझेदारी कर मैच को जीवित कर दिया। दोनों के बीच 102 रनों की साझेदारी हुई मगर आंद्रे रुसेल ने दोनों ही सेट बल्लेबाज़ों को आउट कर मैच में केकेआर को एकबार फिर आगे कर दिया। जैक्स ने 32 गेंदों पर 55 और रजत पाटीदार ने 23 गेंदों में 52 रनों की पारी खेली, इसके बाद सुनील नरेन् ने अपने अंतिम ओवर में कैमरून ग्रीन और महिपाल लोमरोर को चलता कर दिया और इस मौके पर मैच में केकेआर पूरी तरह हावी लगने लगा लेकिन सुयश प्रभुदेसाई और दिनेश कार्तिक ने एकबार फिर मैच को रोमांचक बना दिया, यहाँ पर हर्षित राणा ने प्रभुदेसाई को और आंद्रे रसेल ने दिनेश कार्तिक को आउट कर मैच पूरी तरह केकेआर के पक्ष में कर दिया था मगर अंतिम ओवर में करण शर्मा के तीन छक्कों ने केकेआर के छक्के लगभग छुड़ा ही दिए मगर अंततः जीत केकेआर को ही मिली।
इससे पहले टॉस जीत कर RCB ने केकेआर को बल्लेबाज़ी के लिए आमंत्रित किया। केकेआर की शुरुआत धमाकेदार रही लेकिन ये धमाका सुनील नरेन् के बल्ले से नहीं बल्कि फिल साल्ट के बल्ले से आया जिन्होंने सिर्फ 14 गेंदों 48 रन ठोंक दिए, इस आईपीएल का सबसे तेज़ पचासा बनाने के चक्कर में साल्ट सीमा रेखा पर पकडे गए. उससे बाद सुनील नरेन् भी चलते बने जो बिलकुल भी रंग में नहीं दिख रहे थे, नरेन् 10 रन बनाये और 15 गेंदे खेली। पावर प्ले की अंतिम गेंद पर वेंकटेश अय्यर भी 8 गेंदों पर 16 रन बनाकर आउट हो गए. श्रेयस ने आज कप्तानी पारी खेली और 50 रन बनाये। रिंकू सिंह 16 गेंदों में 24, आंद्रे रसेल ने 20 गेंदों में नाबाद 27 और रमनदीप सिंह ने 9 गेंदों में नाबाद ताबड़तोड़ 24 रनों की पारी खेली।