प्रधानमंत्री मोदी अपने बिज़ी चुनावी शेड्यूल के बीच अयोध्या में राम लला के दर्शन के लिए समय निकाला है, वहीँ एक पंथ दो काज करते हुए शाम सात बजे वो राम की नगरी में आज एक भव्य रोड शो भी निकालकर राम लहर पैदा करने का प्रयास करेंगे। उनके अयोध्या आगमन से पहले राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले के पूर्व वादी इकबाल अंसारी ने पीएम मोदी के पिछले 10 वर्षों के कार्यकाल पर संतोष व्यक्त किया और इच्छा जताई है कि वो तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनें।
इस साल जनवरी में, अयोध्या भूमि विवाद मामले के पूर्व वादी को 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर अभिषेक समारोह का निमंत्रण मिला। निमंत्रण राम पथ के पास कोटिया पंजीटोला स्थित उनके आवास पर पहुंचाया गया। इसके अलावा, वह उन सैकड़ों लोगों में शामिल थे जो 30 दिसंबर को उत्तर प्रदेश में एक पुनर्विकसित रेलवे स्टेशन और एक नवनिर्मित हवाई अड्डे के उद्घाटन के दौरान अयोध्या में प्रधान मंत्री मोदी का स्वागत करने के लिए एकत्र हुए थे।
बाबरी मस्जिद मामले के प्रमुख वादी इक़बाल अंसारी को भी राम मंदिर के ‘भूमिपूजन’ समारोह के लिए निमंत्रण दिया गया था। उस वक्त उन्होंने कहा था कि शायद, यह भगवान राम की इच्छा थी जिसके कारण मुझे इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया। अयोध्या में हिंदू और मुसलमानों के बीच कोई भेद नहीं है। सुप्रीम कोर्ट अब मामला सुलझ गया है। बता दें कि अपने पिता हाशिम अंसारी के निधन के बाद, जो बाबरी मस्जिद-राम भूमि विवाद मामले में सबसे उम्रदराज वादी थे, इकबाल ने अदालत में मामले को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी संभाली थी।