कल से शुरू होने जा रहा है राज्य विधानसभा का शीतकालीन सत्र
नेगेटिव जांच रिपोर्ट दिखाने के बाद ही विधायकों को मिलेगा प्रवेश
देहरादून। उत्तराखंड में मंडरा रहा कोरोना का खौफ कल से शुरू होने जा रहे राज्य विधानसभा सत्र पर भी प्रभाव दिखा रहा है। विधायकों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिये हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं।
विधानसभा सचिवालय द्वारा यह तय किया गया है कि कोरोना नेगेटिव जांच रिपोर्ट दिखाने के बाद ही विधायकों को सदन में प्रवेश करने दिया जायेगा। सदन के बाहर भी कोरोना की जांच कराने की व्यवस्था की गयी है। वहीं सत्र शुरू होने से पहले विधानसभा सचिवालय में योग का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा जिसमें आचार्य बालकृष्ण के द्वारा विधायकों एवं विधानसभा के अधिकारियों कर्मचारियों को योग अभ्यास कराए जाएंगे।
उत्तराखंड में फैल रहे कोरोना संक्रमण के बीच कल यानि 21 दिसम्बर से राज्य विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू होने जा रहा है। लेकिन बीते दिनों में राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद सिंह रावत से लेकर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, नेता प्रतिपक्ष डॉ इंदिरा हृदयेश सहेत पक्ष व विपक्ष के कई विधायक तक कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।
ऐसे में सत्र के दौरान कोरोना से विधायकों को बचाने के लिये सदन के प्रवेश द्वार पर ही सेनेटाईज करने और कोराना की जांच कराने की व्यवस्था की गयी है। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने सभी विधायकों से अपील की है कि वे शीतकालीन सत्र में भाग लेने से पहले अपना आरटीपीसीआर टेस्ट करा लें और सदन में आने के दौरान नेगेटिव जांच रिपोर्ट साथ लेकर आएं। आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट न लेकर आने वाले विधायकों की जांच विधानसभा में उपलब्ध एंटीजन जांच किट से की जाएगी और रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही सदन में प्रवेश दिया जाएगा।
गौरतलब है कि सितंबर में आयोजित विधानसभा के एकदिवसीय सत्र में भी कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये विधायकों को कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट दिखाये बिना सदन में प्रवेश नहीं दिये जाने की व्यवस्था की गयी थी। उस दौरान मिले अनुभवों के आधार पर कल यानि 21 दिसम्बर से शुरू हो रहे राज्य विधानसभा का शीतकालीन सत्र के लिये तैयारियों की गयीं हैं।