एम्स में 147 मरीज हो चुके हैं भर्ती, 13 ने गंवाई जान
ऋषिकेश। ब्लैक फंगस ने आज एम्स ऋषिकेश में भर्ती 4 मरीजों की जान ले ली। मृतकों में दो मरीज उत्तराखंड के और दो संक्रमित उत्तर प्रदेश के थे। एम्स ऋषिकेश में अब तक ब्लैक फंगस के 147 मरीजों को भर्ती कराया जा चुका है। 13 मरीज ब्लैक फंगस से जान गंवा चुके हैं और 9 मरीजों को उपचार के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में मंगलवार को उत्तराखंड के माजरा देहरादून निवासी 37 वर्षीय, चायसर, पिथौरागढ़ निवासी 45 वर्षीय, उत्तर प्रदेश के मेरठ निवासी 60 वर्षीय महिला और बिजनौर निवासी 64 वर्षीय महिला की ब्लैक फंगस के कारण मौत हो गयी। म्यूकोरमाइकोसिस केयर वार्ड में इस समय 125 मरीज भर्ती है।
अस्पताल तैयार, चिकित्सक और स्टाॅफ है नहीं
एसपीएस राजकीय अस्पताल में चार बेड का म्यूकोरमाइकोसिस केयर वार्ड तो तैयार कर दिया गया है लेकिन ब्लैक फंगस के मरीजों का आॅपरेशन के लिए ईएनटी सर्जन को नियुक्त नहीं किया गया है। वहीं 10 बेड का वेंटिलेटर सुविधा युक्त आईसीयू के संचालन के लिए एनेस्थेटिक, माइक्रोबायोलाॅजिस्ट और तकनीशियन और प्रशिक्षित स्टाॅफ नर्स उपलब्ध नहीं है। श्रीभरत मंदिर ट्रस्ट की ऋषिकेश कोविड फाउंडेशन के प्रशिक्षित स्टाफ की मदद से फिलहाल कोविड आईसीयू को संचालित किया जा रहा है। अस्पताल प्रशासन ने एनेस्थेटिक, ईएनटी सर्जन, माइक्रोबायोलाॅजिस्ट और तकनीशियन और प्रशिक्षित स्टाफ नर्स की तैनाती के लिए निदेशालय को डिमांड भेजी है।