नई दिल्ली। राष्ट्रीय लोकदल का राष्ट्रीय सम्मेलन दिल्ली के कांस्टीट्यूशन हाल में आयोजित हुआ। जिसमें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और केरल और आदि राज्यों से एक हजार प्रतिनिधियों भाग लिया। इन सभी ने चौधरी जयंत के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने पर अपनी सहमति जताई। सम्मेलन में राष्ट्रीय, आर्थिक, किसानों और बेरोजगारी के मुद्दों पर चर्चा हुईं।
सम्मेलन में भाजपा सरकार पर हमला
सम्मेलन में रालोद राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह ने भाजपा सरकार पर जुबानी हमला किया। उन्होंने कहा कि दो करोड़ युवाओं को रोजगार दिलाने की बात करने वाली सरकार आठ साल में मात्र 75 हजार युवाओं को रोजगार दिला पाई है। चौधरी जयंत ने अदाणी मामले में कहा कि प्रधानमंत्री ने सदन में इसे लेकर जवाब क्यों नहीं दिया।
चौधरी चरण सिंह की नीतियों को लागू करे सरकार
उन्होंने कहा कि जब तक किसानों को उनकी फसल का सही दाम नहीं मिलेगा। तब तक किसानों की उन्नति नहीं होगी। उन्होंने भाजपा सरकार को चौधरी चरण सिंह की नीतियों को लागू करने के लिए कहा। जयंत ने कहा कि नोटबंदी और कोरोना काल में लघु उद्योग बंद हो गए। ऐसे में जब तक लघु उद्योगों को बढ़ावा नहीं दिया जाएगा। तब तक बेरोजगारी खत्म नहीं होगी।
रालोद के राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी ने कहा गन्ने का रेट नहीं बढ़ाए जाने से सरकार की मंशा साफ है कि वह किसान विरोधी है। हरियाणा और पंजाब में गन्ने के रेट बढ़ाए गए हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश में गन्ने का दाम नहीं बढ़ाया जाना निंदनीय है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने विदेश से काला धन वापस लाने का वादा किया था लेकिन आठ साल में उतना ही काला धन स्विस बैंक में जमा हो गया है।
बताया कि 12 फरवरी से चौधरी अजित की जयंती के उपलक्ष्य में एक सप्ताह का कार्यक्रम किया जा रहा है। इसमें नारा दिया गया है, भाजपा की विफलताएं हजार, लोकदल चला जनता के घर द्वार। इसकी शुरुआत चौधरी जयंत ने मथुरा से और त्रिलोक त्यागी ने गाजियाबाद मोदीनगर से की। भाजपा सरकार की विफलताओं के बारे में कार्यकर्ता लोगों को गांव-गांव जाकर जानकारी देंगे।