देहरादून। राज्य के पहाड़ी इलाकों में ठंड बढ़ने की आशंका है। बारिश के साथ हिमपात भी अब शुरू हो चुका है। समुद्र तल से 17,500 फीट की ऊंचाई पर चीन सीमा के पास चार सेंटीमीटर तक हिमपात हुआ। जो कि इस सीजन में तीसरी बार का हिमपात माना जा रहा है। इस हिमपात से निचले क्षेत्रों में ठंड बढ़ी है। तापमान गिरने के कारण सुरक्षा एजेंसियों को परेशानी हो रही है।
चीन सीमा के पास दारमा घाटी की अंतिम चौकी दावे में पहले दो अक्तूबर को चार सेंटीमीटर और पहाड़ों में डेढ़ फीट तक बर्फबारी हुई थी। दारमा घाटी के 10 हजार फीट से अधिक ऊंचाई पर स्थित ढाकर और बिदांग चौकी में एक फीट से अधिक बर्फबारी हुई। इस कारण उच्च हिमालयी क्षेत्र दारमा घाटी के 14 गांव और व्यास घाटी के सात गांवों में कड़ाके की ठंड पड़नी शुरू हो गई है। दोनों घाटियों में लोगों ने पलथी, फाफर आदि फसलों की कटाई शुरू कर दी है। ठंड अधिक होने पर दोनों घाटी के लोग नवंबर से पहले सप्ताह से नीचे घाटियों में आना शुरू कर देंगे।
वहीं नाभीढांग,व्यास घाटी के ज्योलीकांग, आदि कैलाश, ओम पर्वत,पंचाचूली में बर्फबारी हुई है। इसके चलते लोगों के साथ सीमा सुरक्षा में लगे जवानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। रास्ते और घर बर्फ से ढ़के होने के कारण लकदक हो गए हैं। इस कारण से लोगों के साथ जवानों को आवाजाही में परेशानी हो रही है। लोग गर्म कपड़े भी पहनने लगे हैं। उत्तराखंड में मानसून की विदाई होने वाली है। दहशहरे के बाद एक बार बारिश के आसार हैं। केदारनाथ और हेमकुंड साहिब में बर्फबारी का सिलसिला जारी है।