नाइट फ्रैंक की ‘द वेल्थ रिपोर्ट-2024’ के मुताबिक भारत में अमीरों की संख्या में तेज़ी से इजाफा हो रहा है. इस रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक भारत में अल्ट्रा-हाई नेट वर्थ (UHNWI) की संख्या बढ़ी है. अल्ट्रा-हाई नेट वर्थ वाले वो लोग होते हैं जिनका नेटवर्थ करीब ढाई सौ करोड़ रुपये होता है. इस रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक देश में UHNWI की संख्या 2022 के 12 हजार 495 के मुकाबले बढ़कर 13 हजार 263 हो गई और 2028 तक इनकी संख्या 19, 908 होने का अनुमान है.
नाइट फ्रैंक की इस रिपोर्ट के मुताबिक 2024 के दौरान 90 प्रतिशत अल्ट्रा-हाई नेट वर्थ वालों को अपनी संपत्ति बढ़ने की उम्मीद है. इनमें से 63 प्रतिशत को तो अपनी नेटवर्थ में 10 फीसद से ज्यादा इज़ाफ़े का भरोसा है. रिपोर्ट के मुताबिक आर्थिक सुस्ती के बीच घटती महंगाई और ब्याज दरों में कटौती के अनुमान के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर में तेजी बनी रहेगी और इस तेजी का फायदा सभी अमीर भारतीयों को भी मिलेगा.
नाइट फ्रैंक की ‘द वेल्थ रिपोर्ट-2024’ के मुताबिक अगले 5 साल में दुनियाभर में अल्ट्रा-हाई नेट वर्थ वालों की संख्या 2028 तक बढ़कर करीब 8.03 लाख हो सकती है. ख़ास बात यह है कि इस अवधि में दुनियाभर में अल्ट्रा-हाई नेट वर्थ कैटेगरी में लोगों की संख्या में कमी आयी थी.
नाइट फ्रैंक की इस लिस्ट में सबसे आगे तुर्की है जहां अमीरों की संख्या 9.7 फीसदी बढ़ी है. वहीं अमेरिका में 7.9 परसेंट का इज़ाफ़ा हुआ है. भारत इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर है, दक्षिण कोरिया चौथे और स्विट्जरलैंड पांचवे नंबर पर है. नाइट फ्रैंक की ‘द वेल्थ रिपोर्ट-2024’ के मुताबिक देश के अरबपति लग्जरी चीजों को खरीदने पर 17 प्रतिशत पैसा खर्च करते हैं. इन UHNWI वालों को मंहगी क्लासिक कारें, लग्जरी हैंडबैग, रंगीन डायमंड, दुर्लभ शराब और ज्वैलरी खरीदना पसंद है.