प्रधानमंत्री मोदी ने तेलंगाना में एक रैली में अंबानी और अडानी का नाम लेकर कांग्रेस पर हमला किया था। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस को बताना चाहिए कि उसने ‘अंबानी-अडानी’ मुद्दा उठाना क्यों बंद कर दिया है। उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी घोषित करें कि इस चुनाव में अंबानी, अडाणी से कितना माल उठाया है, जरूर दाल में कुछ काला है। प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को दावा किया कि देश में तीन चरणों के चुनाव के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपनी कुर्सी डगमगाती दिख रही है और इसीलिए उन्होंने अपने ही ‘मित्रों’ पर हमला शुरू कर दिया है। खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री का ये बयान चुनाव परिणामों के ‘असली रुझान’ को दर्शाता है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने ‘एक्स’ अकाउंट पर एक पोस्ट में कहा कि दोस्त दोस्त ना रहा, वक्त बदल रहा है। तीन चरणों का मतदान हो जाने के बाद आज प्रधानमंत्री अपने मित्रों पर ही हमलावर हो गए हैं। इससे साफ़ पता चल रहा है कि मोदी जी की कुर्सी डगमगा रही है। यही परिणाम के वास्तविक रुझान हैं। प्रधानमंत्री कि इस बात कि राहुल गाँधी ने चुनाव शुरू होने के बाद अम्बानी और अडानी को गालियां देना बंद कर दिया है, कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने अपने वीडियो सन्देश में कहा कि अपनी चुनावी सभाओं में राहुल गाँधी ने 130 बार अडानी और 30 बार अम्बानी का नाम का ले चुके है.
गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी, विशेषकर राहुल गाँधी पिछले दस साल में प्रधानमंत्री मोदी पर अंबानी और अडानी को अनुचित लाभ देने और उन्हें फायदा पहुँचाने के आरोप लगाते रहे हैं। नरेंद्र मोदी ने 2014 के चुनाव में तो गौतम अडानी के हवाई जहाज़ से ही पूरे देश में चुनाव प्रचार किया था। लेकिन तमाम आरोपों के बावजूद अब तक प्रधानमंत्री मोदी अडानी-अंबानी को बचाते आ रहे हैं , यहाँ तक कि हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद संसद में अडानी मुद्दे पर प्रधानमंत्री ने बहस नहीं होने दी थी। और लोकसभा चुनाव के तीन चरणों के मतदान के बाद अब प्रधानमंत्री मोदी उन्हीं अंबानी-अडानी का नाम कांग्रेस से जोड़ रहे हैं, कह रहे हैं कि अम्बानी और अडानी का कला धन कांग्रेस पार्टी को मिल रहा है.