त्रिपुरा में भाजपा से सत्ता छीनने को बेताब सीपीआई (एम) ने विधानसभा चुनावों के लिए अपने उम्मीदवारों की सूची का एलान कर दिया है और सबसे हैरानी वाली बात यह है उसने पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार का टिकट काट दिया है, सीपीआई (एम) ने सहयोगी लेफ्ट पार्टियों के साथ इस बार आगे बढ़कर कांग्रेस पार्टी को भी भाजपा के खिलाफ लड़ाई में अपना सहयोगी बनाया है. सीपीआई (एम) ने 25 साल लगातार इस पहाड़ी राज्य में शासन किया था. पिछले चुनाव में भाजपा ने उससे सत्ता छीन ली थी.
आठ मौजूदा विधायकों के टिकट कटे
सीपीआई (एम) के उम्मीदवारों की सोची के मुताबिक पार्टी ने इस बार माणिक सरकार समेत आठ सिटिंग विधायकों के टिकट काट दिए हैं. गठबंधन के तहत पार्टी इस बार सिर्फ 43 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. कांग्रेस पार्टी के लिए उसने 13 सीटें छोड़ी हैं जब्कि सीपीआई,आरएसपी, फॉरवर्ड ब्लॉक को एक एक सीट और आज़ाद उम्मीदवार के लिए एक सीट छोड़ी है.
कई अधिकारीयों को चुनाव आयोग ने हटाया
बता दें कि त्रिपुरा की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए 16 फरवरी को मतदान होना है। त्रिपुरा में कुल 3,328 मतदान बनाये गए हैं जिनमें से 1,100 को ‘संवेदनशील’ की श्रेणी में रखा गया है। वहीँ किसी भी मतदान को अतिसंवेदनशील के रूप में चिन्हित नहीं किया गया है. सुरक्षा को देखते हुए केंद्र अर्धसैनिक बलों की लगभग 200 कंपनियों को पहले ही भेज चुकी है. चुनाव आयोग को ‘सी-विजिल ऐप’ के माध्यम से अब तक लगभग 600 शिकायतें मिली हैं जिनमें से 480 पर कार्रवाई की गई है. इनमें बहुत सी शिकायतें अधिकारीयों को लेकर थीं जिन्हें जांच के बाद हटा दिया गया है.