नई दिल्ली। त्रिपुरा में लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन को जीत मिली तो प्रदेश में पुरानी पेंशन योजना लागू की जाएगी। यह घोषणा आज सीपीआई(एम) के वरिष्ठ नेता प्रकाश करात ने की है। पश्चिमी त्रिपुरा के खैरपुर जिले में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए सीपीआई (एम) नेता ने घोषणा की। प्रकाश करात ने कहा कि सत्ता में आने के बाद भाजपा ने 2018 में त्रिपुरा में नई पेंशन योजना लागू की थी।
सरकार बनने के बाद सबसे पहला फैसला
करात ने कहा कि त्रिपुरा में लेफ्ट-कांग्रेस सरकार बनने के बाद जो फैसला सबसे पहले लिया जाएगा। वह पुरानी पेंशन योजना को लागू करने का होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हिमाचल प्रदेश में चुनाव जीती। वहां पुरानी पेंशन योजना लागू कर दी गई है। जैसा कि वादा किया गया था। अब जीतने के बाद पुरानी पेंशन योजना यहां लागू की जाएगी। उन्होंने दावा किया कि त्रिपुरा में लेफ्ट कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनेगी।
प्रदेश में हैं 1.88 लाख कर्मचारी
बता दें कि त्रिपुरा में सरकारी कर्मचारियों की संख्या 1.88 लाख के आसपास है। माना जा रहा है कि इन्हें लुभाने के लिए लेफ्ट कांग्रेस ने पुरानी पेंशन योजना का दांव चल दिया है। यह दांव भाजपा को बहुत भारी पड़ सकता है। क्योंकि इसी दांव के बूते कांग्रेस ने भाजपा को हिमाचल प्रदेश में चारों खाने चित कर दिया था।
भाजपा सरकार में राज्य में बढ़े अपराध
लेफ्ट नेता ने भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा उत्तर पूर्वी राज्य में विकास कार्य करने में नाकाम रही है। राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब है और जनवरी 2020 से दिसंबर 2022 के बीच राज्य में दुष्कर्म के मामले बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों के मामले में राज्य का नाम खराब हो रहा है। प्रकाश करात ने आरोप लगाया कि भाजपा जीत के लिए काफी पैसा खर्च कर रही है।
देश में मजबूत होगा लोकतंत्र
उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में लेफ्ट और कांग्रेस की जीत से देशभर में लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता की रक्षा की लड़ाई को मजबूती मिलेगी। बता दें कि कांग्रेस महासचिव मुकुल वासनिक त्रिपुरा की खैरपुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। त्रिपुरा में 16 फरवरी को मतदान होना है और 2 मार्च को मतगणना होगी।