राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत ने प्रधानमंत्री मोदी पर बड़ा हमला बोला है. गेहलोत ने कहा कि राजस्थान का बजट देख मोदी घबरा गए हैं और इसलिए एक मानवीय गलती को राजनीतिक मुद्दा बना रहे हैं. बता दें कि अशोक गेहलोत ने बजट पेश करते हुए गलती से पुराना बजट भाषण पढ़ना शुरू कर दिया था, जल्द ही एहसास हुआ कि यह पुराना भाषण है और उस गलती को फ़ौरन सुधारा गया था, दरअसल उनके बैग में पुराने बजट भाषण की कॉपी भी रखी हुई थी और गलती से गेहलोत ने उसे ही पढ़ना शुरू कर दिया। भाजपा ने गेहलोत की इस चूक का खूब मज़ाक उड़ाया। यहाँ तक की प्रधानमंत्री मोदी ने कल दौसा में उनका नाम लेते हुए एक कहानी भी सुना डाली, हालाँकि उस कहानी पर किसी को यकीन नहीं आ सकता। दरअसल कहानी के बहाने उन्होंने गेहलोत को घेरने की कोशिश की थी.
प्रधानमंत्री मोदी ने किया था कटाक्ष
प्रधानमंत्री मोदी की इस काल्पनिक कहानी पर अब पलटवार करते हुए गेहलोत ने कहा की कांग्रेस सरकार के बजट से घबरा कर बीजेपी मेरी स्पीच का मुद्दा बना रही है. हर समय चुनावी मोड में रहने वाले प्रधानमंत्री मोदी पिछले 15 दिन में दो बार राजस्थान आ चुके हैं. एक तरफ वो कहते हैं कि गलती किसी से भी हो सकती है दूसरी तरफ मेरी स्पीच को राजनीतिक रंग देना चाह रहे हैं. गेहलोत ने कहा कि वो प्रधानमंत्री मोदी से ज़मीन पर लड़ाई के लिए तैयार हैं. प्रधानमंत्री की भाषा में ही उन्होंने कहा कि मैंने सेवक की तरह काम किया है मुख्यमंत्री की तरह नहीं. गेहलोत ने कहा कि यह तो मोदी जी की पुरानी आदत है, हालाँकि ये परंपरा ठीक नहीं है.
नेता विपक्ष को बना दिया राज्यपाल
बता दें कि राजस्थान में इसी वर्ष चुनाव होने हैं. भाजपा ने अभी से इसकी तैयारी संगठन और सरकार के स्तर पर शुरू कर दी है. विपक्ष के नेता गुलाब सिंह कटारिया को अचानक राज्यपाल बनाकर असम भेज दिया गया है, खुद कटारिया को भी इस बारे में पहले से कोई जानकारी नहीं थी. दरअसल भाजपा राजस्थान में कुछ बड़े बदलाव करने के मूड में दिख रही है. विपक्ष के नेता का पद अब खाली हो गया है, अभी कोई नाम इसके लिए दिल्ली से सामने नहीं आया है, सिर्फ अनुमान लगाए जा रहे हैं. कहा जा रहा है कि कोई चौंकाने वाला नाम साने आ सकता है.