मेरठ। नायरा कंपनी के पेट्रोल पंप में तेल घटतौली मामले में हुए खेल का खुलासा होने के बाद पुलिस में हड़कंप मच गया है। एक तरफ जहां जांच अधिकारी के सुर बदल गए हैं। वहीं दूसरी ओर एडीजी मेरठ राजीव सभरवाल ने इस पूरे प्रकरण में मेरठ पुलिस से रिपोर्ट तलब की है।
एडीजी के निर्देश के बाद अब नायरा पेट्रोल पंप छापेमारी के दौरान मिली अनियमिताओं की सभी जांच क्राइम ब्रांच करेगी। हालांकि अभी क्राइम ब्रांच को केस ट्रांसफर नहीं किया गया है। लेकिन माना जा रहा है कि जल्द ही नायरा पेट्रोल पंप पर छापेमारी के दौरान पकड़ी गई घटतौली की सभी जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी जाएगी।
ये था मामला
मेरठ एसटीएफ ने नवंबर 2022 में मेरठ में आसपास के जिलों में नायरा पेट्रोल पंपों पर घटतौली और मशाीनों में छेड़छाड़ के अलावा रीडिंग में हेरफेर का खुलासा किया था। इस मामले में एसटीएफ ने नायरा के चार पेट्रोल पंप मालिकों और मैनेजरों के खिलाफ थाना इंचौली, परतापुर, ब्रहमपुरी और हस्तिनापुर में मुकदमा दर्ज कराया था।
इस पूरे प्रकरण की जांच पांच अप्रैल से धीमी गति से चल रही है। ब्रहमपुरी थाना पुलिस ने खुलासा किया था कि नायरा पेट्रोल पंप की मशीनों में जो चिप छापेमारी के दौरान पाई थी। उससे घटतौली की जा रही थी। लेकिन वो चिप फर्द में दर्ज तो है लेकिन मिल नहीं रही है। यानी मुख्य सबूत चिप ही गायब कर दी गई है। यह जानकारी मीडिया को लगी तो पूरा मामला सामने आ गया।
बदल गए जांच अधिकारी के सुर
कल तक जो जांच अधिकारी चिप ना मिलने की बात कह रहे थे। अब उनके सुर भी बदल गए हैं। जांच अधिकारी ने कहा कि चिप मशीन के अंदर है। मशीन सील है और इसको केवल इंजीनियर ही खोल सकते हैं। ऐसे में नायरा कंपनी के इंजीनियर और अधिकारियों को सूचना दी गई है। उनको बुलाकर ही लॉक खुलवाया जाएगा और चिप को रिकवर किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस मामले में चिप मिलने के बाद उसको फोरेंसिक लैब जांच के लिए भेजा जाएगा।
एडीजी की फटकार के बाद जागी पुलिस
एडीजी राजीव सभरवाल ने पूरे प्रकरण को संज्ञान लेकर गुरुवार की शाम इस प्रकरण से संबंधित सभी अधिकारियों के साथ बैठक की। बताया जाता है कि एडीजी ने इस मामले में अब तक हुई लापरवाही पर जमकर फटकार लगाई। जिसके बाद एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने इससे संबंधित सभी मुकदमों को एसपी क्राइम को देखने की जिम्मेदारी सौंपी है।