मेरठ। मेरठ सोतीगंज चोरी के वाहनों को काटकर बेचने का देश भर में कभी सबसे बड़ा बाजार था। भाजपा सरकार आई तो इस बाजार के दिन भी बुरे शुरू हो गए। वाहन चोर बाजार में योगी सरकार की सख्ती के बाद यहां पर कबाड़ियों ने अपना धंधा भी बदल दिया था। लेकिन अब एक बार फिर से मेरठ के सोतीगंज वाहन चोर कटान बाजार के शुरू होने की सुगबुगाहट हो गई है। सोतीगंज वाहन चोर कटान बाजार के कबाड़ी इसी फिराक में हैं कि कैसे उनका धंधा एक बार फिर से शुरू हो जाए। गत दिवस सोतीगंज के दो कबाड़ी दिल्ली से वाहनों के कुछ कलपुर्जे ले आए और अपनी दुकान में रख लिया। इसकी जानकारी पुलिस को लगी तो एसएसपी ने तुरंत एक्शन लिया और सीओ कैंट को तलाशी के आदेश दिए। सीओ कैंट रूपाली राय ने दो कबाड़ी की दुकान दिल्ली से लाया हुआ स्क्रेप का माल बरामद कर दुकान में ताला लगवा दिया।
मेरठ में पूर्व एसएसपी प्रभाकर चौधरी के स्थानांतरण के बाद से सोतीगंज में चोरी के वाहनों को काटने वाले कबाड़ी एक बार फिर से सक्रिय हो गए हैं। जबकि मेरठ पुलिस शातिर कबाड़ियों की करोडों रुपये की संपति और गोदाम तक कुर्क कर चुकी है। इसके बाद भी सोतीगंज के वाहन कबाड़ियों पर पुलिस का कोई खौफ नहीं दिखाई दे रहा है। पुलिस ने सोतीगंज में वाहन काटने वाले कबाड़ियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए करीब 200 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की है। सोतीगंज कबाड़ी बाजार का किंग और माफिया हाजी गल्ला की पुलिस 80 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त कर चुकी है। बता दें कि मेरठ शहर के बीचों बीच दिल्ली रोड पर करीब दो किमी के इलाके में 600 से अधिक दुकानें और करीब 400 गोदामों में देश भर के चोरी के वाहन काटे जाते थे। इन दुकानों और गोदामों में मिनटों में वाहन खपा दिए जाते थे। 90 के दशक से चल रहे सोतीगंज कबाड़ी बाजार पर वर्ष 2017 में भाजपा की सरकार बनने के बाद शिकंजा कसना शुरू हुआ था।