नई दिल्ली। एनसीआर और देश में कोरोना संक्रमण के मामले फिर से बढ़ रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद द्वारा आज शनिवार को जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि पिछले कई हफ्तों में कुछ राज्यों में कोरोना की टेस्टिंग में गिरावट आई है।देश में एक बार फिर कोविड-19 और मौसमी इन्फ्लुएंजा के मामले बढ़ने लगे हैं।
इस बीच सरकार अस्पतालों की तैयारियों का जायजा लेने के लिए 10 और 11 अप्रैल को राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल की योजना बना रही है। इसे लेकर केंद्र सरकार ने एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि सभी जिलों के सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों की स्वास्थ्य इकाइयां इस मॉकड्रिल में भाग लेंगे। इस मॉकड्रिल में अस्पताल और उसमें बिस्तर, चिकित्सा उपकरण और चिकित्सा ऑक्सीजन की उपलब्धता का जायजा लिया जाएगा। साथ ही एडवाइजरी में कहा गया है कि 27 मार्च को होने वाली वर्चुअल मीटिंग में मॉक ड्रिल के सटीक विवरण के बारे में राज्यों को जानकारी दी जाएगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ICMR द्वारा शनिवार को जारी एक संयुक्त एडवाइजरी में कहा गया है कि पिछले कई हफ्तों में कुछ राज्यों में कोविड 19 की टेस्टिंग में गिरावट आई है। साथ ही यह भी पाया गया है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO द्वारा निर्धारित मानकों की तुलना में वर्तमान में परीक्षण स्तर अपर्याप्त हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण और प्ब्डत् के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल द्वारा जारी की गई एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि फरवरी के मध्य से देश में कोरोना-19 मामलों में क्रमिक लेकिन निरंतर वृद्धि देखी जा रही है। इस समयए देश में अधिकांश कोरोना मामले केरल 26.4 प्रतिशत, महाराष्ट्र 21.7 प्रतिशत, गुजरात 13.9 प्रतिशत, कर्नाटक 8.6 प्रतिशत और तमिलनाडु 6.3 प्रतिशत जैसे कुछ राज्यों द्वारा रिपोर्ट किए जा रहे हैं।
राज्यों और लोगों को दी सलाह
इसमें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ICMR के परामर्श के मुताबिक लोगों को कोविड के लिए तय सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह दी गई है। इसके साथ ही लोगों से भीड़भाड़ और बंद स्थानों में मास्क पहनने की सलाह दी है। साथ ही इसमें बार.बार साबुन से हाथ धोने और सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से बचने की सलाह दी गई है।