मुरादाबाद से सपा उम्मीदवारी का मामला कल रात से हिचकोले खाता हुआ नज़र आ रहा है। कल रात मुरादाबाद से मौजूदा सांसद एसटी हसन का टिकट काटने की बात सामने आयी थी जिसपर लोग सड़कों पर उतर आये थे. एसटी हसन की जगह आज़म खान की करीबी रुचिवीरा को उम्मीदवार बनाने की बात कही गयी। दोनों ही लोगों ने नामांकन भी दाखिल कर दिया है. पहले खबर आयी कि एसटी हसन ही सपा के अधिकृत उम्मीदवार होंगे मगर अब खबर आ रही है कि आज़म खान के दबाव के आगे अखिलेश को झुकना पड़ा है और पार्टी ने रुचिवीरा को अधिकृत उम्मीदवार घोषित किया है। रुचिवीरा को पार्टी से अथॉरिटी लेटर भी मिल गया जिसे उन्होंने रिटर्निंग अधिकारी को दे दिया है, वहीँ एसटी हसन ने कहा है कि वो अपना नामांकन वापस लेंगे.
एसटी हसन ने कहा कि टिकट मिलना या न मिलना कोई बड़ी बात नहीं, हम अखिलेश यादव की आइडियालोजी के साथ हैं , पार्टी जिसे भी उम्मीदवार बनाएगी हम उसका समर्थन करेंगे। रुचिवीरा बिजनौर विधानसभा से विधायक रह चुकी हैं, वो आज़म खान की काफी करीबी बताई जाती है, कहा जा रहा है कि जेल में मुलाकात के दौरान आज़म खान ने अखिलेश पर दबाव डाला था कि वो एसटी हसन की जगह मुरादाबाद से रुचिवीरा को उम्मीदवार बनाये और रामपुर से खुद या उनके परिवार का कोई चुनाव लड़े. इसी के बाद रामपुर से अखिलेश के चचेरे भाई और लालू यादव के दामाद तेज प्रताप को उतारने की बातें होने लगीं मगर रामपुर में इस बात को लेकर ज़ोरदार विरोध होने लगा और अखिलेश को दिल्ली से मस्जिद के इमाम को उम्मीदवार बनाकर मामला शांत करना पड़ा।
मगर अखिलेश को मुरादाबाद की उम्मीदवारी पर आज़म खान की बात मानने पर मजबूर होना पड़ा। अब कहा जा रहा है कि रुचिवीरा ही मुरादाबाद से सपा की अधिकृत उम्मीदवार होंगी, एसटी हसन को पीछे हटना होगा। बता दें कि नामांकन वापसी की आखरी तारिख 30 मार्च है, सारी स्थिति तभी पूरी तरह स्पष्ट होगी क्योंकि सपा ने अपने किसी भी मीडिया प्लेटफॉर्म पर अबतक कुछ भी स्पष्ट नहीं किया है.