मेरठ। योगी सरकार के निर्देश पर प्रदेश के जिलों में संचालित मदरसों का सर्वे किया गया। जिसमें मेरठ जिले में भी संचालित हो रहे मदरसों के सर्वे के लिए जिलाधिकारी ने तीन अधिकारियों की टीम गठित की थी। मेरठ के मदरसों की जांच करने के बाद टीम ने अपनी रिपोर्ट प्रशासन को सौंप दी है। जिसमें मेरठ जिले में बिना मान्यता के 164 मदरसों का संचालन होता पाया गया है। जबकि मेरठ में 372 मदरसे मान्यता प्राप्त कर संचालित किए जा रहे थे। मेरठ में कुल 563 मदरसों की जांच की गई। बगैर मान्यता के चल रहे मदरसों में जांच टीम को तमाम तरह की खामिया भी मिली हैं।
जिलाधिकारी मेरठ दीपक मीणा ने मदरसों का सर्वे कराने के लिए एडीएम प्रशासन अमित कुमार को पिछले माह 13 सितंबर को जिम्मेदारी सौंपी थी। एडीएम प्रशासन ने उपजिलाधिकारी संबंधित तहसील, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को मिलाकर तीन लोगों की समिति गठित कर मदरसा सर्वे के निर्देश दिए थे। मदरसा सर्वे में शासन की ओर से प्राप्त सभी मुख्य 11 बिंदुओं को शामिल किया था।
अधिकारियों ने दो दिन पहले अपनी रिपोर्ट जिला प्रशासन के समक्ष प्रस्तुत की है। रिपोर्ट में बताया गया है कि मेरठ जिले में 164 मदरसे बिना मान्यता के संचालित हैं। इनमें तमाम तरह की गड़बड़ी भी टीम के सामने आई। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी शैलेष राय ने बताया कि जिले में मदरसों का सर्वे पूरा कर लिया गया है। कुल 164 मदरसे बिना मान्यता के संचालित पाए गए हैं। इनकी रिपोर्ट तैयार कर प्रशासन केा भेज दी गई है।