लखनऊ के इकाना स्टेडयम पर आज 100 रनों के छोटे से लक्ष्य को पार करने में भारतीय बल्लेबाज़ों के पसीने छूट गए और इसके लिए उन्हें 19. 5 ओवर खेलने पड़ गए. वो तो कहिये कि मैच के अंतिम ओवर की पांचवीं गेंद पर सूर्यकुमार ने चौका लगाकर स्टेडियम में बैठे 50 हज़ार दर्शकों को निराश होने से बचा लिया। सूर्यकुमार जिन्हे आतिशी बल्लेबाज़ी के लिए जाना जाता है आज 26 रनों के लिए 31 गेंदों का सहारा लेना पड़ा और इसमें भी सिर्फ एक चौका था जो उन्होंने जीत के लिए लगाया था. इससे अंदाज़ा लगा सकते हैं कि पिच गेंदबाज़ों के कितना अनुकूल थी विशेषकर स्पिनर्स के लिए. पूरे मैच में स्पिनर्स ने 30 ओवर डाले।
स्पिनरों ने सूर्या को भी किया खामोश
पहले बल्लेबाज़ी करते हुए जब भारतीय स्पिनर्स के आगे कीवी बल्लेबाज़ संघर्ष कर रहे थे तभी यह लगने लगा था कि भारत के लिए 100 रन बनाना इतना आसान नहीं है और हुआ भी वैसे ही. कीवी टीम की तरफ से 17 ओवर स्पिनर्स ने डाले जिन्होंने सूर्यकुमार जैसे बल्लेबाज़ को खामोश रहने पर मजबूर कर दिया। सूर्या ने आज विपरीत अंदाज़ में बल्लेबाज़ी की जोकि पिच को देखते हुए बहुत ज़रूरी थी हालाँकि 31 गेंदों की उनकी पारी में उन्हें दो जीवन दान भी मिले इसके अलावा उन्हें रन आउट से बचाने के लिए वाशिंगटन सूंदर ने अपने विकेट की कुर्बानी भी दी. भारत के लिए शुभमन और ईशान किशन टी 20 में एकबार फिर नाकाम रहे, राहुल त्रिपाठी भी जल्दी आउट हो गए. सूर्या और वाशिंगटन नज़रें जमा चुके थे लेकिन SKY की गलती से वाशिंगटन सुन्दर को 10 रन बनाकर बाहर जाना पड़ा, इसके बाद कप्तान हार्दिक पंड्या ने अंततः टीम को सूर्या के साथ मिलकर जीत दिला दी.
भारतीय स्पिनर्स छाये
इससे पहले कीवी टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी का फैसला किया लेकिन उसका यह फैसला सही साबित नहीं हुआ और पूरी टीम 8 विकेट खोकर सिर्फ 99 रन ही बना सकी। टी 20 क्रिकेट में कीवी टीम का भारत के खिलाफ यह सबसे निचला टोटल है. सिर्फ कप्तान सेंटनेर ही भारतीय स्पिनरों का ढंग से सामना कर रहे थे और उन्होंने नाबाद 19 रन बनाये. ब्रेसवेल और चैपमैन ने 14-14 रनों की पारी खेली। भारत के लिए शिवम् मावी को छोड़ सभी ने विकेट हासिल किये। श्रंखला का निर्णायक मैच अब पहली फरवरी को अहमदाबाद में खेला जायेगा।