गुजरात विधानसभा चुनाव का प्रचार अभियान शुरू होने के बात आज पहली बार गुजरात पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गाँधी सूरत में हुंकार भरी. एक विशाल चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुए राहुल ने आदिवासी का मतलब समझाया. राहुल ने कहा कि आदिवासी का मतलब होता है सबसे पहले , मतलब आप इस देश में सबसे पहले हैं, आप इस देश के पहले मालिक हैं, लेकिन भाजपा आपको वनवासी कहती है, आदिवासी नहीं क्योंकि उसने तो आपसे यह देश छीन लिया है। भाजपा आदिवासियों को हिंदुस्तान का मालिक नहीं कहती, वह आपको जंगलों में रहने वाला बताती है।
आदिवासियों का विकास नहीं चाहती भाजपा
राहुल ने कहा कि भाजपा चाहती है कि आप वनवासी ही रहे, आपके बच्चे शिक्षित न हों, आगे न बढ़ें, शिक्षित होंगे तो सवाल करेंगे और भाजपा को सवाल करने वाले लोग पसंद नहीं। और अब तो वो आप लोगों से आपकी माँ, आपका जंगल भी छीनना चाहते हैं. राहुल ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा में हमें लोगों का बहुत प्यार मिल रहा है, बड़ी ख़ुशी होती, बड़ा अच्छा लगता लेकिन साथ में दुःख भी होता है क्योंकी किसानों को फसल का सही दाम नहीं मिल रहा है, उसका क़र्ज़ नहीं माफ़ हो रहा, युवा रोज़गार के लिए भटक रहा है, उसके सपने चकनाचूर हो रहे हैं.
प्यार की नदी है भारत जोड़ो यात्रा
राहुल ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा को लोगों का प्यार मिल रहा है, इस यात्रा के दौरान दो यात्रियों की शहादत हुई, पता नहीं कितने लोगों के पैरों में छाले पड़ गए लेकिन यात्रा लगातार जारी है. राहुल ने कहा कि यात्रा की राह हमें एक गुजराती ने ही दिखाई, महात्मा गाँधी ने दिखाई है। मीडिया भले ही यात्रा की कवरेज न दिखाए लेकिन जो लोग यात्रा में पहुँचते हैं वहां उन्हें एक नदी नज़र आती है, ऐसी नदी जिमें क्रोध नहीं हैं, घृणा नहीं है, सिर्फ प्यार है, यह लाखों लोगों की नदी है. यह प्यार की यात्रा है.