नई दिल्ली। तीन महीने में बेरोजगारी दर तेजी से बढ़ गई है। बेरोजगारी दर जारी करने वाली संस्था सीएमआईई ने देर शाम जारी की अपनी रिपोर्ट में बेरोजगारी दर 7.80 प्रतिशत बताई है। जो कि जनवरी में 7.14 प्रतिशत थी। यानी दो महीने में बेरोजगारी दर तेजी से बढ़ी है। बेरोजगारी दर मार्च में तीन महीने के उच्चस्तर 7.80 प्रतिशत पर पहुंच गई है। यह श्रम बाजार में गिरावट के चलते हुआ है। भारतीय अर्थव्यवस्था की निगरानी पर केंद्र CMIE के आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले साल बेरोजगारी दर 8.30 प्रतिशत हो गई थी। लेकिन इस साल जनवरी में यह घटकर 7.14 प्रतिशत पर आ गई थी। हालांकि यह फरवरी में फिर से बढ़कर 7.45 प्रतिशत हो गई थी। सीएमआईई के जारी रिपोर्ट के अनुसार, मार्च के दौरान शहरी इलाकों में बेरोजगारी दर 8.40 प्रतिशत जबकि ग्रामीण इलाकों में यह 7.50 प्रतिशत है। सीएमआईई के प्रबंध निदेशक महेश व्यास ने बताया कि मार्च 2023 में श्रम बाजारों में गिरावट आई। इसके चलते बेरोजगारी दर फरवरी के 7.5 प्रतिशत से बढ़कर मार्च में 7.80 प्रतिशत हो गई। इसका प्रभाव श्रम बल भागीदारी दर में नजर आया। जो कि 39.90 प्रतिशत से गिरकर 39.80 प्रतिशत हो गया है। उन्होंने कहा कि इससे फरवरी में रोजगार दर 36.90 प्रतिशत से गिरकर मार्च में 36.70 प्रतिशत हो गई। साथ ही रोजगार 40.99 करोड़ से घटकर 40.76 करोड़ रह गया। सबसे अधिक बेरोजगार हरियाणा में हरियाणा देश का सबसे तरक्की वाला राज्य माना जाता है। लेकिन हरियाणा में सबसे अधिक बेरोजगारी दर हैं राज्यों की बात करें तो हरियाणा में सबसे अधिक बेरोजगारी दर 26.8 प्रतिशत है। इसके बाद राजस्थान में 26.4 प्रतिशत, तीसरे नंबर पर जम्मू-कश्मीर में 23.1 प्रतिशत, सिक्किम में 20.7 प्रतिशत, बिहार बेरोजगारी दर में पांचवे नंबर पर 17.6 प्रतिशत और झारखंड में बेरोजगारी दर 17.5 प्रतिशत रही हे। उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ में युवाओं को मिला रोजगार सबसे कम बेरोजगारी दर देश में उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ में रही है। उत्तराखंड में बेरोजगारी दर सबसे कम 0.8 प्रतिशत रही। इसके बाद पुडुचेरी 1.5 प्रतिशत, गुजरात में 1.8 प्रतिशत, कर्नाटक में 2.3 प्रतिशत और मेघालय तथा ओडिशा में 2.6 प्रतिशत रही है।
Indina Unemployment rate: तीन माह में बढ़ी देश में बेरोजगारी, सबसे अधिक बेरोजगार हरियाणा में
Date: