Eclipse, Surya Grahan: आने वाले अक्टूबर माह में दो महत्वपूर्ण खगोलीय घटनाएं होगी हैं। अक्टूबर में सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण का संयोग बन रहा है। सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर को लगेगा। जबकि चंद्रग्रहण 28 अक्टूबर को होगा। सूर्यग्रहण वलयाकार होगा। इससे सूर्य ग्रहण के दौरान आसमान में एक आग की रिंग दिखाई देगी।
अक्टूबर में दुर्लभ खगोलीय घटनाएं होने वाली है। 14 अक्टूबर को वलयाकार सूर्यग्रहण लग रहा है। वलयकार सूर्य ग्रहण के कारण आसमान में ‘आग की रिंग दिखाई’ देगी। जब चंद्रमा सूर्य के आगे से निकलता है। तब वह छिपता है। जिसे सूर्य ग्रहण कहते हैं। हालांकि भारत ये ग्रहण दिखाई नहीं देगा। इसे देखने का मौका नहीं मिलेगा। 14 अक्टूबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण अमेरिका, मेक्सिको और सेंट्रल अमेरिका और दक्षिण अमेरिका में देखा जाएगा।
चंद्रमा जब धरती से काफी दूर रहते हुए सूर्य और पृथ्वी के बीच आता है तो इसे वलयाकार सूर्य ग्रहण कहते हैं। पूर्ण सूर्य ग्रहण के विपरीत यह सूर्य को पूरी तरह से नहीं ढकता है। क्योंकि चंद्रमा सामान्य से दूर होता है। इसलिए यह छोटा दिखता है। यही कारण है कि सूर्य पूरा नहीं ढकता। इस कारण आसमान में एक रिंग जैसी आकृति बनती है। जो सूर्य का अंश होती है। इसलिए यह एकदम आग के रिंग जैसी दिखती है।
अक्टूबर में ही दिखेगा चंद्र ग्रहण भी
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के अनुसार स्थानीय समय के हिसाब से 14 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण 9.13 बजे अपने पूरे रूप में होगा। ओरेगॉन, नेवादा, कैलिफ़ोर्निया, यूटा, न्यू मैक्सिको एरिज़ोना और टेक्सास में यह दिखेगा। उत्तरी अमेरिका, मध्य अमेरिका और दक्षिण अमेरिका के हिस्सों में रहने वाले लोग सूर्य को हल्का देख पाएंगे। सूर्य ग्रहण के अलावा 28 अक्टूबर को चंद्र ग्रहण की खगोलीय घटना होगी। यह यूरोप, पूर्वी अमेरिका, एशिया, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में दिखेगा।
एक्सपर्ट्स ने दी चेतावनी
सूर्य ग्रहण को लेकर एक्सपर्ट्स ने चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि इसे सीधे आंखों न देखें। सूर्य ग्रहण को देखने के लिए डिजाइन किए विशेष चश्मों का उपयोग करें। चमकदार सूर्य को बिना किसी सुरक्षा के देखना खतरनाक होगा। इसके साथ एक्सपर्ट्स ने बताया कि फोटोग्राफी या टेलीस्कोप के आगे सौर फिल्टर का उपयोग करके ही ग्रहण को देखना चाहिए। वरना आंखों का रेटिना खराब हो सकता है।