लोकसभा चुनाव का फोकस अब धीरे धीरे उत्तर प्रदेश की तरफ शिफ्ट हो रहा है, पहले दो चरणों के चुनाव में कम मतदान ने भाजपा को परेशानी में डाल दिया है, उधर यौन शोषण के आरोपी बाहुबली सांसद बृजभूषण शरण सिंह कैसरगंज सीट से भाजपा की परेशानियों को और बढ़ाये हुए है, ऐसे में बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने इस सीट से एक ब्राह्मण उम्मीदवार उतार कर भाजपा की चिंताओं में इज़ाफ़ा कर दिया है. बसपा ने कैसरगंज से नरेंद्र पाण्डेय को प्रत्याशी घोषित कर ब्राह्मण कार्ड खेल दिया है. बसपा ने आज जिन 6 उम्मीदवारों की सूची घोषित की है उनमें कैसरगंज सीट से नरेंद्र पांडे का नाम है.
इसके अलावा बसपा ने आज़मगढ़ से अपनया प्रत्याशी बदला है. मायावती ने शबीहा अंसारी का टिकट काटकर अब उनकी जगह पर मशहूद अहमद को उम्मीदवार बनाया गया है। यहाँ उनका मुकाबला मौजूदा सांसद और भाजपा उम्मीदवार दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ और सपा के धर्मेंद्र यादव से होगा। इसके अलावा बीएसपी ने संत कबीरनगर, बाराबंकी, गोण्डा, डुमरियागंज पर भी उम्मीदवार उतारे हैं। पार्टी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए लखनऊ पूर्वी सीट से आलोक कुशवाहा को प्रत्याशी बनाया है।
मायावती ने आज जिन 6 सीटों के प्रत्याशी घोषित किये हैं उनमें गोण्डा और कैसरगंज से ब्राह्मण समुदाय का उम्मीदवार उतारा है, कैसरगंज से जहाँ नरेंद्र पाण्डेय उम्मीदवार हैं वहीँ गोण्डा से सौरभ कुमार मिश्रा को टिकट मिला है, इसके अलावा डुमरियागंज, संत कबीर नगर और आजमगढ़ से मुस्लिम उम्मीदवार उतारे हैं. आज़म गढ़ से मशहूद अहमद, संत कबीरनगर से नदीम अशरफ और डुमरियागंज से मोहम्मद नदीम मिर्ज़ा को टिकट दिया गया है, बाराबंकी सुरक्षित सीट से शिवकुमार दोहरे को प्रत्याशी बनाया गया है.