तौक़ीर ए सिद्दीक़ी
आईपीएल 2024 का पहला प्ले ऑफ प्लेयर 60 मैच के बाद मिला, अभी सिर्फ सात लीग मैच बचे हैं और प्ले ऑफ के बाकी तीन प्लेयर के लिए सात टीमों में टक्कर चल रही है जिसमें RR और SRH दो टीमें हो सकती है, अंतिम टीम के लिए DC, CSK, LSG, RCB और GT के बीच मुकाबला हो सकता है. फिलहाल KKR ने कल मुंबई इंडियंस को 18 रनों से हराकर MI का प्ले ऑफ सफर को ख़त्म कर दिया। अभी तो पोजीशन ये है कि MI पर अंतिम पायदान तक जाने का खतरा है, बेशक ये मुंबई इंडियंस का आईपीएल में ये सबसे खराब प्रदर्शन है. MI के लिए हार्दिक पंड्या न कप्तान के रूप में और न ही खिलाडी के रूप में टीम को रास आये. कहा जा सकता है कि ये रोहित शर्मा के समर्थकों की उस हाय का असर है जो उन्होंने रोहित को कप्तानी से हटाए जाने के बाद हार्दिक को दी थी. हार्दिक का एटीट्यूड भी पूरे आईपीएल के दौरान अजीब सा रहा, हार्दिक को खुद समझ में नहीं आ रहा कि उनके साथ क्या गलत हुआ. अपने पहले ही प्रयास में गुजरात टाइटंस को चैंपियन बनाने वाले हार्दिक पंड्या का फ्रैंचाइज़ी छोड़ते ही ये हाल होगा, इसका अंदाज़ा शायद उन्हें भी नहीं हुआ होगा। बहरहाल हार्दिक जिस तरह से GT छोड़ MI आये वो भी कोई अच्छी कहानी नहीं है और फिर जिस तरह रोहित को हटाकर MI ने उन्हें कप्तानी सौंपी वो तो और भी बुरा रहा.
दूसरी तरफ गौतम गंभीर के केकेआर से जुड़ते ही शाहरुख़ खान की टीम किस्मत ही पलट गयी. टुकड़ों में अच्छा प्रदर्शन करने वाली टीम नियमित तौर पर शानदार खेल दिखाने लगी. आंद्रे रसल, सुनील नरेन् जैसे खिलाडी जो पिछले कई सीजन से एक मामूली खिलाडी बने हुए थे वो फिर टीम के लिए हीरो साबित हो गए. वो फिर उसी दौर जैसा प्रदर्शन करने लगे जब गौतम गंभीर केकेआर के कप्तान हुआ करते थे और उनकी कप्तानी में ही केकेआर दो बार आईपीएल चैंपियन बनी। गंभीर के दौर में सुनील नरेन् और आंद्रे रसेल वैसा ही प्रदर्शन करते थे जैसा कि इस बार कर रहे हैं. गंभीर ने ही नरेन् का एक बल्लेबाज़ के रूप पहले भी शानदार इस्तेमाल किया था और इस बार भी शानदार इस्तेमाल कर रहे हैं और सुनिल नरेन् भी उनके भरोसे पर अबतक उम्मीदों से बढ़कर खरे उतरे हैं। गंभीर जानते हैं कि सुनील नरेन् का एक बल्लेबाज़ के रूप में इस्तेमाल पावर प्ले के दौरान ही किया जा सकता है लेकिन नरेन् ने इस बार पावर प्ले से भी आगे जाकर शानदार बल्लेबाज़ी की और कई बड़ी पारियां खेलीं जिसमें एक शतक भी शामिल है. आलम ये है कि सुनील नरेन् केकेआर के लिए इस आईपीएल में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाडी बने हुए हैं. आंद्रे रसेल एकबार फिर विस्फोटक अंदाज़ में नज़र आ रहे हैं, सबसे बड़ी बात गेंदबाज़ी में उनका अच्छा इस्तेमाल हो रहा है और अहम् मौकों पर वो टीम को विकेट भी निकाल कर दे रहे हैं. कहने का मतलब केकेआर और MI, दोनों टीमों में सिर्फ एक व्यक्ति का टीम में आना, प्रदर्शन में बड़े बदलाव की वजह बना. गंभीर ने केकेआर को वापस ऊँचाई पर पहुंचा दिया और हार्दिक ने MI का बेडा गर्क कर दिया।
दरअसल MI की बर्बादी और KKR की आबादी में फ्रैंचाइज़ी की भूमिका भी बहुत अहम् है. हार्दिक पांड्या का मुंबई इंडियंस में वापस आना बड़े गंदे तरीके हुआ, सबकुछ एक साज़िश की तरह. साज़िश गुजरात टाइटंस के खिलाफ, साज़िश रोहित शर्मा के खिलाफ। हार्दिक और MI प्रबंधन ने लास्ट मोमेंट तक गुजरात टाइटंस को पता नहीं चलने दिया कि हार्दिक पंड्या GT का साथ छोड़ रहे हैं, हालाँकि मीडिया को इसकी भनक लग चुकी थी, खबरे भी छपी थीं लेकिन हार्दिक पांड्या ने उन सभी ख़बरों का सामने आकर खंडन किया और और गुजरात टाइटंस के साथ अपने लगाव की बातें कीं मगर फिर हार्दिक पांड्या और मुंबई इंडियंस GT और रोहित शर्मा के साथ खेल करने में कामयाब हो गए. GT को जल्दी जल्दी में शुभमण गिल को कप्तान बनाना पड़ा. MI को पांच बार चैंपियन बनाने वाले रोहित शर्मा को कडुवा घूँट पीना पड़ा. एक समय तो रोहित के MI छोड़ने की भी बातें चलने लगी लेकिन रोहित ने ऐसा न करके अपने बड़प्पन का सबूत दिया। मगर उनके साथ फ्रैंचाइज़ी ने जो कुछ किया उसका असर उनकी बल्लेबाज़ी में नज़र आया और उसका खामियाज़ा टीम को भुगतना पड़ा.