अफ़ग़ानिस्तान में महिलाओं को व्याभिचार के लिए सार्वजनिक रूप से कोड़े मारे जाएंगे बल्कि संगसार (तबतक पत्थर मारे जायेंगे जबतक मौत न हो जाय) भी किया जायेगा। ये एलान तालिबान सुप्रीमो मुल्ला हिबतुल्ला अखुंदजादा ने सरकारी टेलीविजन पर एक ऑडियो संदेश में किया। इसके साथ ही मुल्ला हिबतुल्ला अखुंदजादा ने पश्चिमी लोकतंत्र के खिलाफ लड़ाई जारी रखने की कसम भी खाई।
मुल्ला हिबतुल्ला अखुंदजादा ने अपने ऑडियो सन्देश में सवाल किया कि क्या अफ़ग़ानिस्तान की महिलाएं वो अधिकार चाहती हैं जिनके बारे में पश्चिमी लोग बात कर रहे हैं? बता दें कि पश्चिमी देश अफ़ग़ानिस्तान के कट्टरपंथी सोच विशेषकर महिलाओं के प्रति तालिबानी सरकार के व्यवहार के विरोध में हैं। अभी हाल में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अफ़ग़ानिस्तान के साथ होने वाले अपने दौरे को इस लिए रद्द कर दिया क्योंकि अफ़ग़ानिस्तान की टीम ने टी 20 क्रिकेट के लिए अपनी महिला टीम को मंज़ूरी नहीं दी थी.
मुल्ला हिबतुल्ला अखुंदजादा ने कहा कि उन्होंने मुजाहिदीन से कहा कि हम पश्चिमी लोगों से कहते हैं कि हमने आपके खिलाफ 20 साल तक लड़ाई लड़ी और हम आपके खिलाफ आगे भी लड़ेंगे। आप यहाँ से चले गए लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि अब हम आराम से बैठेंगे, हम इस अफ़ग़ानिस्तान की धरती पर शरिया लाएंगे। बता दें कि 2021 में सत्ता में आने के बाद तालिबान ने इस्लामिक कानून फिर से लागू कर दिया है.