आईपीएल के 10वे मैच में कल रात RCB को KKR के हाथों अपने होम ग्राउंड पर लगातार 6ठी हार का सामना करना पड़ा. विराट कोहली ने इस मैच में भी 83 रनों की एक अच्छी पारी खेली। ऐसे में लोग सवाल पूछने लगे हैं कि ऐसी पारियों का क्या फायदा जो जीत न दिला सके. ये RCB की तीन मैचों में दूसरी हार है. फिलहाल विराट कोहली के पास ऑरेंज कैप है , मतलब इस आईपीएल में विराट ने अबतक सबसे ज़्यादा रन बनाये हैं। लेकिन लोगों का सवाल यही है कि इन पारियों का RCB को फायदा क्यों नहीं मिल रहा है। इस मैच में एक समय ऐसा लग रहा था कि RCB 200 रनों तक पहुँच सकती है। विराट ने यूँ तो 59 गेंदों पर 83 रनों की पारी खेली जिसमें 4 चौके और 4 छक्के शामिल थे, उनका स्ट्राइक रेट 140 का रहा लेकिन टीम को शायद इससे ज़्यादा की ज़रुरत थी. आज की टी 20 क्रिकेट में 140 का स्ट्राइक रेट काफी नहीं माना जाता।
अब इस फॉर्मेट में 200 का स्कोर एक आम स्कोर बन चूका है , टीमें 240-250 के लिए जाने लगी हैं। टीम की संरचना भी ऐसी होने लगी है जहाँ पारी को संवारने से ज़्यादा पारी को बढ़ाने वालो को जगह मिल रही है। वैसे तो 182 का स्कोर किसी भी टीम के लिए ठीकठाक स्कोर कहा जा सकता है लेकिन KKR के बल्लेबाज़ों ने इस ठीक ठीक स्कोर को मामूली बना दिया। और वो इसलिए हुआ कि टीम में फील साल्ट से शुरुआत होती है और आंद्रे रसेल पर खात्मा होता है, बीच में सुनील नारायण, वेंकटेश, श्रेयस और रिंकू हैं। यानी किसी भी स्तर पर गेंदबाज़ को राहत नहीं। टी 20 तो वैसे भी गेंदबाज़ों का खेल नहीं है, जो कम पिटा वो अच्छा गेंदबाज़ होता है।
शायद यही वजह है कि विराट की टी 20 विश्व कप में जगह को लेकर सवाल भी उठने लगे हैं और ये सवाल अभी नहीं बल्कि पिछले 6 महीने से उठ रहे हैं। इस बीच बोर्ड के सूत्रों से भी एक खबर भी आयी थी कि ऐसा भी हो सकता है कि विराट अमेरिका और वेस्टइंडीज में होने वाले टी 20 विश्व कप का हिस्सा न हों और वजह भी यही बताई गयी थी कि वेस्टइंडीज की धीमी विकेट विराट की बल्लेबाज़ी को सूट नहीं करतीं। विराट कोहली आईपीएल की शुरुआत से ही RCB के साथ रहे हैं, टीम में उनकी भूमिकाएं बदली हैं लेकिन विराट कभी RCB को चैंपियन नहीं बना पाए, बिलकुल उसी तरह जैसे उनकी कप्तानी में टीम इंडिया कभी ICC टूर्नामेंट नहीं जीत पायी।