किसी शिखंडी ने मुजफ्फरनगर से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार संजीव बालियान के काफिले पर हमला करवाया था, ये आरोप और किसी ने नहीं बल्कि संजीव बालियान खुद लगा रहे हैं, हालाँकि वो उस शिखंडी का नाम नहीं ले रहे हैं. बालियान का मांनना है कि जिस शिखंडी ने उनपर हमला करवाया उसे क्षेत्र की जनता जानती है और पुलिस पहचानती है. पुलिस उसके खिलाफ करवाई करेगी और जनता भी. जनता की कार्रवाई का अपना तरीका होगा। बालियान का कहना है कि वो उस शिखंडी के चेहरे से नकाब कानूनी तौर से नहीं बल्कि सामाजिक तौर पर उतारना चाहते हैं। बालियान के इस बयान के बाद अब उस शिखंडी की पहचान करने में सभी जुटे हुए हैं जिसका ज़िक्र संजीव बालियान कर रहे हैं. बता दें कि बालियान को अपने क्षेत्र में लगातार विरोध का सामना करना पड़ रहा है.
संजीव बालियान के काफिले पर हमला अभी हाल ही में उस समय हुआ था जब वो चुनाव प्रचार के लिए क्षेत्र में निकले थे तभी बुढ़ाना विधानसभा क्षेत्र के डूंगर गांव में एक भीड़ ने ईंट पत्थरों से केंद्रीय मंत्री और भाजपा उम्मीदवार बालियान के काफिले पर हमला बोल दिया था जिसमें कई गाड़ियों को काफी नुक्सान पहुंचा था और किसी तरह संजीव बालियान और उनके साथ के लोग वहां से सुरक्षित निकल पाए थे. इस घटना ने काफी सुर्खियां बटोरी थी लेकिन हैरानी की बात ये थी बालियान की तरफ इस हमले की रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई गयी थी.
दरअसल इस पूरे मामले को राजपूतों के विरोध से जोड़ा जा रहा है, कहा जा रहा है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में राजपूत समाज इस बार भाजपा से काफी नाराज़ है और उसने भाजपा को सबक सिखाने की कसम खाई है. इस हमले के एक हफ्ते बाद अब संजीव बालियान का ये शिखंडी वाला बयान सामने आया है. क्षेत्र में अब शिखंडी चर्चा के केंद्र में है.