आईपीएल में 17वीं बार भी आरसीबी का सपना टूट चुका है और इस सपने के टूटने में 11 करोड़ी ऑस्ट्रेलियाई ग्लेन मैक्सवेल की नाकामी भी एक बड़ी वजह है . मैक्सवेल बेशक बहुत आक्रमक खिलाडी हैं और ऑस्ट्रेलिया को कई बार विश्व चैंपियन बनाने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है लेकिन जब बात आईपीएल की आती है तो मैक्सवेल लगातार नाकाम नज़र आते हैं , खासकर जब RCB को उनसे कुछ विशेष प्रदर्शन की उम्मीद होती है लेकिन मैक्सवेल ने हर बार टीम को निराश किया, कल के मैच में भी यही हुआ. विराट कोहली के जल्दी आउट होने के बाद टीम को मैक्सवेल से एक अच्छी और बड़ी पारी की उम्मीद थी लेकिन मैक्सवेल एक वाहियात शॉट खेलते हुए शून्य पर चलते बने और टीम ऐसा स्कोर बनाने में नाकाम रही जो इस आईपीएल में विनिंग स्कोर हो सकता था.
ग्लेन मैक्सवेल ने इस आईपीएल में सिर्फ 52 रन बनाये, जिसका मतलब ये हुआ कि उनका एक रन टीम को 21 लाख रूपये से ज्यादा का पड़ा। मैक्सवेल ने न सिर्फ कल के मैच में कोई रन नहीं बनाया बल्कि एक बेहद आसान कैच भी छोड़ा। इस नाकामी से ग्लेन मैक्सवेल लोगों के निशाने पर आ चुके हैं, पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी ने मैक्सवेल को आड़े हाथों लेते हुए कहा मैक्सवेल को ज़िम्मेदारी निभानी चाहिए थी. कल जब RCB का टॉप आर्डर ज़्यादा अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया तब मैक्सवेल के ऊपर एक बड़ी ज़िम्मेदारी थी. RCB एक समय आईपीएल से बाहर हो चुकी थी, लेकिन उसके बाद टीम ने पलटी खाई और लगातार 6 मैच जीतकर प्ले ऑफ में पहुची। ख़ास बात ये है कि RCB के इस रिवाइवल में मैक्सवेल का कोई हाथ नहीं था.
मनोज तिवारी ने मैक्सवेल की खिंचाई करते हुए कहा कि लगता है मैक्सवेल को आउट होने पर कोई फर्क नहीं पड़ता. उन्होंने जिस अंदाज़ में अपना विकेट फेंका वो तो यही दर्शाता है. ऐसा लगता है कि मैक्सवेल का बैंक बैलेंस काफी ठीक है, उन्हें चेक भी मिल ही जाएगा लेकिन सवाल ये है कि उन्होंने टीम को क्या दिया। मनोज तिवारी ने मैक्सवेल को RCB की एक समस्या बताया और कहा कि उसे इस समस्या का हल निकालना ही पड़ेगा. अब देखना ये है कि RCB अगले सीजन में मैक्सवेल से छुटकारा हासिल करेगी या फिर साथ जाएगी।