लोकसभा चुनाव के छठे चरण का चुनाव प्रचार आज थम गया है, 25 मई को मतदान होगा। इधर गर्मी बढ़ने के साथ ही सियासी तापमान भी बढ़ता जा रहा है, प्रधानमंत्री मोदी मंगल सूत्र, संपत्ति और भैंसे हड़पने के बाद अब विपक्ष पर नल की टोटी भी खोल ले जाने की बातें करने लगे हैं. प्रधानमंत्री मोदी के लिए पश्चिम बंगाल वो घाव है जिसे जितना भी भरने की कोशिश की वो और हरा होता गया, यही वजह है कि वो पश्चिम बंगाल में एकबार फिर नए सिरे से ज़ोर लगा रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे ज़्यादा चुनावी सभाएं भी पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में की. सिर्फ मोदी जी ही नहीं अमित शाह और जे पी नड्डा भी आये दिन पश्चिम बंगाल में रहते हैं. इन सबके बीच TMC प्रमुख ममता बनर्जी ने आज प्रधानमंत्री को खुला चैलेन्ज कर दिया।
ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी संयुक्त पत्रकार वार्ता करने की चुनौती देते हुए कहा कि आइये हम जॉइंट प्रेस कान्फेरेन्स करते हैं. जगह आप तय कर लीजिये। ममता ने उन्हें टेलीप्रॉम्प्टर के इस्तेमाल की भी छूट देते हुए कहा कि वो अकेले ही आयेगीं लेकिन आप चाहें तो अधिकारीयों की टीम साथ में ला सकते हैं. ममता ने कहा कि वो इसके लिए तैयार हैं क्या आप भी तैयार हैं.
कुछ दिन पहले ऐसी बात तब निकली थी जब देश के जो पूर्व जजों और एक वरिष्ठ पत्रकार ने कहा था मोदी जी और राहुल गाँधी के बीच खुले मंच पर एक डिबेट होनी चाहिए ताकि देश की जनता जान सके कि ज़रूरी मुद्दों पर दोनों नेताओं की क्या राय है , प्रधानमंत्री की तरफ से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी लेकिन राहुल गाँधी ने इस चनौती को स्वीकार किया और कहा कि वो नरेंद्र मोदी से कहीं बहस करने को तैयार है. भाजपा ने तो इस बात पर सवाल ही उठा दिया था और कहा था राहुल गाँधी होते कौन हैं जिनसे प्रधानमंत्री मोदी डिबेट करें। वो पार्टी के कोई पदाधिकारी भी नहीं हैं, सिर्फ एक सांसद हैं.