पारुल सिंघल
कोरोना महामारी दुनिया से खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। बीते कई सालों से कहर ढा रहा कोविड एक बार फिर सिर उठने लगा है। इस बार कोविड-19 का नया वेरिएंट फ्लर्ट (FLiRT) सामने आया है। इसके बाद महामारी की एक और लहर आने की आशंका काफी तेजी से बढ़ रही है। सिंगापुर अमेरिका जैसे देशों में हाहाकार मचाने के बाद भारत के कई राज्यों में भी इसकी पुष्टि हो रही है।
देश में अब तक 300 से अधिक मरीज नए वेरिएंट के सामने आ चुके हैं वैज्ञानिकों का मानना है कि नया वैरिएंट की संक्रामक दर पुराने वेरिएंट के मुकाबले काफी अधिक है। FLiRT के दो प्रमुख वेरिएंट जेएन.1 जिसे ओमिक्रोन की शाखा माना जाता है, का सब वेरिएंट है। इन्हें KP.2 और KP.1 नाम दिया गया है। इनमें दो नए स्पाइक म्यूटेशन देखे गए हैं। इस वेरिएंट को अंडर मॉनिटरिंग के तौर पर रखा गया है।
हो सकता है खतरनाक
वैज्ञानिकों का मानना है कि कोरोना का नया वेरिएंट कितना खतरनाक होगा यह ठीक ठीक कह पाना अभी संभव नहीं है। इसे लेकर रिसर्च जारी है। अमेरिका में नए वेरिएंट के 10% मामले अभी तक सामने आ चुके हैं। भारत में भी तमिलनाडु, महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात, गोवा, हरियाणा, उत्तराखंड में इसके मरीज सामने आए हैं। पश्चिम बंगाल में भी नए वेरिएंट के 23 मामले मिल चुके हैं। महाराष्ट्र में 148 नए मरीज इस वेरिएंट के मिले हैं। उत्तर प्रदेश में भी कुछ मामले सामने आए हैं।
चिकित्सकों का कहना है कि भारत में कोरोना महामारी की वैक्सीन बड़ी आबादी को लग चुकी है। लोगों में इम्यूनिटी भी डेवलप हो रही है। ऐसे में यह वायरस अधिक खतरनाक साबित नहीं होगा। हालांकि रिसर्च से पहले कुछ भी कह पाना संभव नहीं है। कई देशों की रिसर्च में यह भी सामने आया है कि नया वेरिएंट तेजी से फैलता है। यह इम्यूनिटी को भी फेल कर सकता है। अन्य वेरिएंट के मुकाबले अधिक शक्तिशाली है।
ये हैं लक्षण
चिकित्सकों के मुताबिक नए वेरिएंट में पुराने वेरिएंट से मिलते जुलते लक्षण ही सामने आ रहे हैं। इनमें गले में खराश, खांसी, थकान, मांसपेशियों में दर्द, बुखार, ठंड लगना, स्वाद न मिलना, स्मेल ना आने जैसे लक्षण शामिल हैं। इसके साथ ही कफ का जमना, छाती का सिकुड़ना, गले में चुभन, सिर दर्द जैसे लक्षण भी देखे गए हैं। रिसचर्स का मानना है कि कोविड के नए वेरिएंट के लक्षणों पर अभी रिसर्च जारी है। इसके क्या गंभीर लक्षण हो सकते हैं। इसकी जांच की जा रही है। चिकित्सक कहते हैं कि नए वेरिएंट अपने पुराने वेरिएंटों से कहीं आगे निकल चुके हैं। जिसके साथ ही इनके स्ट्रेन अब काफी प्रभावशाली भी हो गए हैं।
ऐसे में हो सकता है कि उनके लक्षण भी कुछ अलग हो, हालांकि अभी तक नए स्ट्रेन से ग्रसित मरीजों में कोई गंभीर लक्षण सामने नहीं आया है। इन मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता भी नहीं हुई है। ऐसे में यह कह पाना की यह स्ट्रेन क्या प्रभाव छोड़ेगा अभी संभव नहीं है। साथ ही देश में लॉकडाउन की संभावना भी नहीं जताई जा सकती है।
(Image/Pixabay)