नई दिल्ली। कथित शराब घोटाले में एक ओर जहां आज मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर आज कोर्ट में सुनवाई हुई। दूसरी ओर उससे पहले ही ED ने पूर्व उप मुख्यमंत्री सिसोदिया की 10 दिन की रिमांड की मांग की। इस पूरे मुद्दे पर आप और भाजपा की सोशल मीडिया पर लड़ाई जारी है।
ED रिमांड का किया विरोध
कोर्ट में मनीष सिसोदिया के वकील ने अपना पक्ष रखा। सिसोदिया के वकील ने कोर्ट में कहा एलजी को शराब नीति की जानकारी थी। सिसोदिया को कोई पैसा नहीं मिला है। सिसोदिया के वकील ने ईडी रिमांड का विरोध करते हुए कहा कि ईडी ने कभी रिमांड की मांग नहीं की थी।
संपर्क में थे के कविता और सिसोदिया
ईडी ने कोर्ट में कहा कि के कविता और मनीष सिसोदिया दोनों संपर्क में थे। विजय नायर ने बिचौलिए का काम किया है। ईडी ने के कविता और विजय नायर की व्हाट्सएप चैट का हवाला देते हुए कहा कि के कविता ने विजय नायर से मुलाकात की थी। दोनों के बीच बातचीत हुई। साउथ लॉबी ने आप नेताओं को 100 करोड़ रुपए दिए। कुछ कंपनियों को फायदा पहुंचाने की साजिश थी।
शराब बिक्री के तय नियमों का उल्लंघन किया: ED
ईडी ने कोर्ट में कहा कि सिसोदिया जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। शराब बिक्री के तय नियमों का उल्लंघन किया गया। सिसोदिया के कहने पर नियम बदला गया। उनके कहने पर ही मुनाफा बढ़ा था। पूरी साजिश को विजय नायर अंजाम दे रहा था।
आबकारी नीति तैयार करने के पीछे साजिश
प्रवर्तन निदेशालय ने अदालत को बताया कि आबकारी नीति तैयार करने के पीछे साजिश थी। ईडी ने कोर्ट में कहा कि सिसोदिया से पूछताछ के लिए रिमांड जरूरी। मनीष सिसोदिया को लेकर कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट में सुनवाई के दौरान ईडी ने कहा कि शराब नीति में कुछ लोगों को फायदा हुआ है। शराब नीति में 12 फीसदी का लाभ पहुंचाया गया है।