भारत के ओडिशा में खेले जा रहे FIH मेंस हॉकी वर्ल्ड कप में कल जापान और कोरिया के बीच एक रोमांचक मैच खेला गया. दोनों ही टीमें मुकाबला जीतने के लिए ज़ोर लगा रही थी, 2-1 से पिछड़ती हुई जापान की टीम बराबर के लिए लगातार हमले कर रही थी, इसी दौरान मैच के आखिर में जापान ने ऐसी गलती कर दी जिसके बारे में न ही जापान की बेंच को पता चला और न मैच खिला रहे रेफरियों को. दरअसल जापान ने एक समय मैदान में 12 खिलाड़ी मैदान में उतार दिए. अब FIH इस मामले की जांच करेगी कि आखिर यह हुआ कैसे और कौन इस गलती का ज़िम्मेदार है.
बरकरार रहेगा नतीजा
हालाँकि जापान ने इसके लिए माफ़ी मांग ली है, जापान की तरफ से कहा गया कि यह सब अनजाने में हुआ, जानबूझ कर नहीं किया गया. लेकिन चूँकि यह नियमों का साफ़ उल्लंघन है जो भले ही भूल से हुआ है इसलिए इस पूरे मामले की जांच होनी है, वैसे मैच रेफरियों और ऑफिशल्स पर भी इस गलती की ज़िम्मेदारी डाली जा सकती है. कैसे इतने बड़ी टीम होने के बावजूद नियम तोड़ने वाली घटना हुई. हालाँकि FIH ने यह साफ़ कर दिया है कि मैच के परिणाम का मुकाबले पर असर नहीं पड़ेगा और नतीजा बरकरार रहेगा।
बेल्जियम-जर्मनी का मैच बराबर
दूसरी तरफ मंगलवार को खेले गए एक अन्य मुकाबले में विगत चैंपियन बेल्जियम और जर्मनी के बीच बेहद रोमांचक मुकाबला खेला गया. बेल्जियम ने अंतिम मिनटों में गोल दागकर जर्मनी को 2-2 से बराबरी पर रोककर क्वार्टर फाइनल में सीधे क्वालीफाई करने की उम्मीद ज़िंदा रखी हैं. बेल्जियम के लिए नौवें मिनट में सेड्रिक चार्लियर ने मैदानी गोल दागकर बढ़त दिलाई लेकिन जर्मनी के वेलेन निकलास (22वें मिनट) और टॉम ग्रेमबुश (52वें मिनट) में गोल करके टीम को 2-1 की बढ़त दिला दी. ग्रेमबुश ने पेनल्टी स्ट्रोक पर गोल दागा. वहीँ विक्टर वेगनेज ने 54वें मिनट में गोल दागकर बेल्जियम को हार से बचा लिया।