ओडिसा में खेले जा रहे FIH हॉकी वर्ल्ड कप में आज भारत और स्पेन का मैच बिना किसी गोल बराबरी पर ख़त्म हुआ. मैच के दौरान दोनों ही टीमों के बीच ज़बरदस्त टकराव देखने को मिला लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी कोई भी टीम गोल करने में कामयाब नहीं रही. मैच के ड्रॉ होने के बाद अब ग्रुप डी की क्वार्टरफाइनल की रेस भी काफी दिलचस्प हो गई है. पिछले साल बर्मिंघम कामनवेल्थ गेम्स में भी दोनों टीमों ने 4- 4 से ड्रॉ खेला था.
आक्रमक हॉकी का निराशाजनक परिणाम
मैच के दौरान दोनों ही टीमों को कई पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन गोल किसी पर भी नहीं आया. पहले हाफ में दोनों ही टीमों की तरफ से कई अच्छे मूव्स देखे गए, इस दौरान दोनों ही टीमों को गोल स्कोर करने के मौके भी मिले। इंग्लैंड को जहाँ सात पेनल्टी कॉर्नर मिले वहीं भारत भी चार पेनाल्टी कार्नर का फायदा नहीं उठा पाया। जहाँ तक गेंद को अपने कब्ज़े में रखने की बात है तो इंग्लैंड भारत से आगे रहा. भारतीय डिफेंस ने जहाँ काफी अच्छा खेल दिखाया वहीँ फॉरवर्ड खिलाड़ियों ने जरूर निराश किया. मैच के तीसरे क्वार्टर में दोनों टीमों की तरफ से कई अच्छे मौके बनाए गए लेकिन उसे गोल में तब्दील नहीं किया जा सका. 51 वें मिनट में रोहिदास को दो मिनट के लिए बाहर कर दिया गया इसके बाद जैसे ही वो मैदान पर आए हरमनप्रीत सिंह को बाहर बैठना पड़ा.
स्पेन ने वेल्स को 5-1 से हराया
इससे पहले खेले गए दिन के पहले मैच में स्पेन ने वेल्स को 5-1 के बड़े अंतर से हराया। स्पेन की तरफ से मार्क रेयना और मार्क मिरालेस ने दो-दो गोल किये रेयना ने 16वें, 38वें मिनट में मैदानी गोल दागे वहीँ मिरालेस ने 32वें और 56वें मिनट में स्पेन के लिए गोल किए. एक गोल कप्तान अल्वारो इग्लेसियास ने किया. वेल्स की ओर से पड़ने वाला एकमात्र गोल 52वें मिनट में जेम्स कार्सन की स्टिक से आया.