लगता है भारतीयों के लिए एलन मस्क की इलेक्ट्रिक कार टेस्ला का इंतजार अब बड़ा लम्बा होने वाला है क्योंकि टेस्ला के अधिकारी अब भारतीय अधिकारियों के संपर्क में नहीं हैं। इसीलिए कहा जा रहा है कि कम से कम निकट भविष्य में टेस्ला के भारत आने की उम्मीद बिलकुल नहीं है। अप्रैल के अंत में एलन मस्क की भारत यात्रा स्थगित होने के बाद से मस्क की टीम ने भारतीय अधिकारियों से कोई और पूछताछ नहीं की है।
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक सरकार को समझाया गया है कि टेस्ला के पास फिलहाल पूंजी की समस्या है और निकट भविष्य में भारत में नए निवेश की कोई योजना नहीं है। टेस्ला की भारत में दिलचस्पी तब कम हुई जब टेस्ला ने वैश्विक स्तर पर तिमाही डिलीवरी में लगातार दूसरी बार गिरावट दर्ज की। साथ ही कंपनी को चीन में बढ़ती प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। मस्क ने अप्रैल में कर्मचारियों की छंटनी भी की थी। सालों बाद टेस्ला का पहला नया मॉडल साइबरट्रक धीरे-धीरे बाजार में आ रहा है। जबकि मैक्सिको में नए प्लांट के निर्माण में देरी हुई है।
भारत ने विदेशी कार निर्माताओं के लिए ईवी पर आयात करों में कटौती की है, जो कम से कम 4,150 करोड़ रुपये ($497 मिलियन) का निवेश करने और तीन साल के भीतर स्थानीय कारखाने से ईवी उत्पादन शुरू करने का वादा करते हैं। एलन मस्क ने भारत के फैसले के कुछ ही हफ्तों बाद अपनी भारत यात्रा की घोषणा की। ऑटोमोबाइल क्षेत्र की देखरेख करने वाले भारी उद्योग मंत्रालय और वित्त, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालयों के प्रतिनिधियों ने भी इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है। मस्क ने अप्रैल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक सहित कंपनी में दबाव वाले मुद्दों का हवाला देते हुए भारत की यात्रा रद्द कर दी थी।