हाथरस में मंगलवार को एक सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई। इस घटना के संबंध में पुलिस ने अब 6 लोगों को गिरफ्तार किया है, वहीँ मृतकों में अबतक 6 लोगों की ही पहचान हो पायी है, सभी मृतकों की पोस्टमार्टम प्रक्रिया पूरी हो गई है। गिरफ्तार लोगों में चार पुरुष और दो महिलाएं हैं जिन्हें कार्यक्रम का आयोजक बताया गया है.
अलीगढ़ के आईजी शलभ माथुर ने बताया कि मुख्य आरोपी प्रकाश मधुकर की गिरफ्तारी पर 1 लाख रुपये का इनाम घोषित किया जा रहा है। जल्द ही उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया जाएगा। हम यह भी जांच करेंगे कि क्या यह घटना किसी साजिश के कारण हुई। एफआईआर में भोले बाबा यानि नारायण साकार का नाम नहीं है। आईजी शलभ माथुर ने कहा कि ज़िम्मेदारी आयोजक की होती है, फिर भी नारायण साकार के आपराधिक इतिहास की जानकारी ले रहे हैं।
वहीँ अब खबर ये है कि भगदड़ के समय भोले बाबा वहीँ पर थे, पहले बताया जा रहा था कि नारायण साकार के जाने के बाद भगदड़ मची थी. अब नारायण साकार के बारे में बहुत सी जानकारियां सामने आ रही हैं, उसपर बहुत से केस दर्ज हैं जिनमें यौन शोषण का मामला भी है. बताया जा रहा है कि भोले बाबा दान में कुछ नहीं लेते फिर भी उनके पास अकूत संपत्ति है, सवाल ये उठता है कि ये संपत्ति आयी कहाँ से. हालाँकि इतने लोगों की जान जाने के बाद भी बाबा के भक्तों में उनके प्रति श्रद्धा में कोई कमी नहीं आयी है, वो अब भी नारायण साकार को परमात्मा मानते हैं.