झारखंड में हेमंत सोरेन ने आज एकबार फिर मुख्यमंत्री का पद संभाल लिया है। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने उन्हें प्रदेश के 13वे मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई। बता दें कि 28 जून को हेमंत सोरेन जेल से रिहा हुए थे, सोरेन को ज़मीन घोटाले मामले में ED ने गिरफ्तार किया था, जिसके बाद हेमंत सोरेन के करीबी चम्पई सोरेन को मुख्यमंत्री बनाया गया था, अब चम्पई सोरेन ने हेमंत के लिए कुर्सी खाली कर दी, चम्पई सोरेन ने कल राजयपाल को अपना इस्तीफ़ा सौंपा था.
बता दें कि झारखंड में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है, लेकिन चुनाव से ठीक पहले प्रदेश की सत्ता में एक बार फिर से बड़ा बदलाव हो गया है। बुधवार को नाटकीय परिवर्तन तरह से चंपई सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। हेमंत सोरेन को विधायक दल का नेता चुन लिया गया। झारखंड मंत्रिपरिषद में 12 मंत्री हो सकते हैं। वर्तमान में 10 मंत्री हैं। लोकसभा चुनाव के बाद राज्य में झामुमो-नीत गठबंधन के विधायकों की संख्या घटकर 45 रह गई है, जिनमें झामुमो के 27, राजद का एक और कांग्रेस के 17 विधायक शामिल हैं। झामुमो के दो विधायक-नलिन सोरेन और जोबा माझी अब सांसद हैं।
जामा से विधायक सीता सोरेन ने भाजपा के टिकट पर आम चुनाव लड़ने के लिए इस्तीफा दे दिया था। झामुमो ने बिशुनपुर से विधायक चमरा लिंडा और बोरियो से विधायक लोबिन हेम्ब्रम को पार्टी से निष्कासित कर दिया था, लेकिन उन्होंने अभी तक विधानसभा से इस्तीफा नहीं दिया है। इसी तरह, विधानसभा में भाजपा के विधायकों की संख्या घटकर 24 रह गई है। दो विधायक- ढुलू महतो (बाघमारा) और मनीष जायसवाल (हजारीबाग) ने लोकसभा चुनाव लड़ा था और वे अब सांसद हैं।