रोहित की सेना आज जब टी-20 विश्व कप की ट्रॉफी लेकर देश लौटी तो देश ने उनका दिल खोलकर स्वागत किया। दिल्ली एयरपोर्ट से लेकर मुंबई एयरपोर्ट, मरीन ड्राइव से लेकर वानखेड़े स्टेडियम तक का नजारा अभूतपूर्व, अविस्मरणीय था। एक दशक बाद विश्व विजेता बनने की खुशी लोगों में थी। खिलाड़ी हों या प्रशंसक, सभी में जुनून की झलक दिखी। दिल्ली में जहां प्रधानमंत्री ने चैंपियन की तारीफ की, वहीं सपनों की नगरी मुंबई में विश्व चैंपियन का सपनों भरा स्वागत किया गया।
मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज एयरपोर्ट पर जैसे ही टीम इंडिया का विमान उतरा, उसे वाटर कैनन सैल्यूट मिला। एयरपोर्ट से टीम इंडिया के चेक आउट करते ही प्रशंसक दिल खोलकर उनका इंतजार कर रहे थे। यहां खास बात यह रही कि टी-20 विश्व कप की ट्रॉफी हार्दिक पांड्या के हाथ में थी। उन्होंने प्रशंसकों को देखते ही ट्रॉफी हवा में लहरा दी। शाम साढ़े सात बजे नरीमन प्वाइंट से टीम इंडिया की विजय परेड शुरू हुई। सभी खिलाड़ी खुली बस में प्रशंसकों का अभिवादन स्वीकार करते नजर आए। विराट कोहली, रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह फैन्स का सैलाब देखकर काफी हैरान थे। वहीं मोहम्मद सिराज लगातार तिरंगा लहराते नजर आए।
जब विश्व चैंपियन टीम मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम पहुंची तो फैन्स से खचाखच भरा स्टेडियम उनका बेसब्री से इंतजार कर रहा था। टीम इंडिया के मैदान में उतरते ही फैन्स ने खिलाड़ियों का जमकर उत्साहवर्धन किया। टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने टी20 विश्व कप जीत पर बताया कि कैसे यह पल उनके लिए बेहद खास है। रोहित ने कहा कि इस विश्व कप को इस देश में लाना बेहद खास है। रोहित शर्मा ने कहा कि वह इस विश्व कप को जीतकर काफी सुकून महसूस कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने जसप्रीत बुमराह को देश का सबसे बड़ा खजाना बताया। रोहित शर्मा और विराट कोहली ने वंदे मातरम के नारे लगाए।
रोहित शर्मा ने आखिरी ओवर में हार्दिक पांड्या की गेंदबाजी की तारीफ की और उन्हें सलाम किया, कप्तान ने सूर्यकुमार यादव के उस अद्भुत कैच की तारीफ की जिसने मैच का रुख पलट दिया, रोहित ने कहा कि शॉट हवा के खिलाफ खेला गया था, लेकिन स्काई ने हवा से कैच लपक लिया। वहीं कोच राहुल द्रविड़ ने कहा कि वह इस प्यार को मिस करेंगे। उन्होंने कहा कि आज जो कुछ देखा वो अद्भुत है। विराट ने कहा कि मैच के बाद मुझे लगा कि अब पीछे हटने का समय आ गया है। मुझे याद है जब मैंने वो विश्व कप जीता था। मैं उस समय सीनियर खिलाड़ियों की भावनाओं से जुड़ नहीं पाया था। लेकिन अब, यह एक अलग एहसास है। विराट ने कहा कि हम और रोहित इतने लंबे समय से कोशिश कर रहे थे। इतने लंबे समय तक टीम को आगे ले जाने का एकमात्र उद्देश्य था।