नई दिल्ली। तुर्की और पड़ोसी देशों में आए भूकंप में अब तक मरने वालों की संख्या 1500 के पार पहुंच गई है। मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। तुर्की और सीरिया में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप के झटके नूर्दगी से 23 किलोमीटर पूर्व की ओर महसूस किए गए। इसका असर सीरिया तक देखा गया। जानकारी के अनुसार, भूकंप के कारण इमारतें धराशायी हो गई हैं। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 7.8 मापी गई।
इस्राइल और लेबनान में भी मौत की आशंका
जानकारी के अनुसार, तुर्की में अभी तक मरने वालों की संख्या 1,000 पार हो गई है। जबकि घायलों की संख्या 2500 है। तुर्की के उपराष्ट्रपति फिएट ओकटे ने बताया कि 10 शहरों में 1,700 से अधिक इमारतें जमीदोंज हो गई हैं। वहीं, सीरिया में भी अभी तक 500 लोग भूकंप से मारे गए हैं। सीरिया में 700 लोग घायल हैं। वहीं पड़ोसी देश इस्राइल और लेबनान में भूकंप से मौतों की आशंका जताई है।
भूकंप के झटके नहीं झेल पाई इमारतें
भूकंप का केंद्र 33 किलोमीटर और नूरदगी शहर से लगभग 26 किलोमीटर दूर था। भूकंप का केंद्र जमीन से 18 किलोमीटर नीचे था। भूकंप के झटके दूर सीरिया और लेबनान तक महसूस किए गए। भूकंप के झटके इतने तेज थे कि पल में इमारतें नीचे गिर गईं।
पीएम मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूकंप की घटना पर दुख जताया। पीएम मोदी ने कहा कि तुर्की में भूकंप के कारण जनहानि और संपत्ति के नुकसान से दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति भारत की संवेदना है। घायल जल्द स्वस्थ हों। भारत तुर्की लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है और इस त्रासदी से निपटने के लिए हर संभव सहायता देने को तैयार है।
मदद भेजने की तैयारी कर रहा भारत
इस बीच, पीएम नरेंद्र मोदी के निर्देश के बाद भारत सरकार ने भूकंप प्रभावित तुर्की को मदद भेजने का फैसला लिया है। भारत तुर्की को राष्ट्रीय आपदा मोचन बल NDRF का खोज एवं बचाव दल, चिकित्सा दल और राहत सामग्री भेजेगा।