पिता शिवनारायण चंद्रपाल के पदचिन्हों पर चलते हुए उनके सुपुत्र और वेस्टइंडीज के सलामी बल्लेबाज़ तेजनारायण चंद्रपॉल ने ज़िम्बाब्वे के खिलाफ दोहरा शतक जड़कर धमाका कर दिया है. बता दें कि यह तेजनारायण का तीसरा ही टेस्ट है और अपने तीसरे ही टेस्ट मैच में दोहरा शतक जड़ने वाले वो दुनिया के 10वे बल्लेबाज़ बन गए हैं. इनकी इस पारी में 16 चौके और तीन छक्के शामिल हैं, उन्होंने छक्का लगाकर अपना दोहरा शतक पूरा किया।
ग्रेट चंद्रपॉल के बेटे हैं तेजनारायण
बता दें कि तेजनारायण वेस्टइंडीज के बाएं हाथ के दिग्गज बल्लेबाज शिवनारायण चन्द्रपॉल के बेटे हैं। तेजनारायण ने पिछले साल नवंबर में 26 साल की उम्र में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था। अपने पहले दो टेस्ट में तेजनारायण ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 45, 51 और 47, 17 की पारी खेली थी लेकिन तीसरे ही टेस्ट में डबल सेंचुरी जड़कर उन्होंने क्रिकेट की दुनिया की निगाहें अपनी तरफ खींचीं । अपनी पारी के दौरान तेजनारायण ने क्रेग ब्रेथवेट के साथ मिलकर 336 रनों की रिकॉर्ड पार्टनरशिप की। बता दें कि उनके पिता चंदरपाल के नाम 164 टेस्ट और 11 हज़ार से ज़्यादा रन हैं, जिसमें 30 शतक और 66 अर्धशतक शामिल रहे थे।
इतिहास का दूसरा परिवार
तेज और शिव विंडीज के वेस्टइंडीज क्रिकेट के 95 साल के क्रिकेट इतिहास में पिता-पुत्र के यह पहली ऐसी जोड़ी बन गई जिन्होंने टेस्ट में शतक जमाया, इसके साथ ही टेस्ट में डबल सेंचुरी बनाने वाली यह दुनिया की दूसरी जोड़ी है, इससे पहले पाकिस्तान के हनीफ मोहम्मद और शोएब मोहम्मद ने यह कारनामा किया था। तेजनारायण के दोहरे शतक के बाद 6 विकेट पर 447 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। तेज के अलावा कप्तान ब्रेथवेट ने भी शानदार 182 रनों की पारी खेली।