Pakistan terrorists: पाकिस्तान में छिपे आतंकियों के खत्म करने का सिलसिला जारी है। पाकिस्तान में आतंकियों का खात्मा करने वाले अज्ञात शख्स या एजेंसी का खौफ इतना बढ़ा है कि पाकिस्तान में बाकी बचे दहशतगर्दों में भगदड़ मची है। जो आतंकी कथित तौर पर जेल में बंद हैं। उन्हें पाकिस्तानी आईएसआई द्वारा अतिरिक्त सुरक्षा उपलब्ध कराने की बात कही है। ऐसे आतंकवादी, जिन्हें कुछ समय पहले तक सार्वजनिक स्थलों पर देखा जाता था। वो भूमिगत हैं। कई आतंकियों को बुलेटप्रूफ गाड़ियां दी गई हैं। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार, ‘जैश-ए-मोहम्मद’ ‘डी कंपनी’, ‘लश्कर ए तैयबा‘, लश्कर-ए-जब्बर और लश्कर-आई-जांगवी समेत कई आतंकी संगठनों से जुड़े आतंकवादियों को पाकिस्तान में सुरक्षा प्रदान की गई है। आईएसआई की रिपोर्ट पर पुलिस एवं दूसरे सुरक्षा बलों को इनके ठिकानों के आसपास तैनात किया है।
टॉप आतंकियों को मिली सुरक्षा
मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर जकी-उर-रहमान लखवी को दो साल पहले पाकिस्तान की एक अदालत ने टेरर फंडिंग केस में 15 साल कैद की सजा सुनाई थी। भारत के विदेश मंत्रालय ने इसे हास्यास्पद बताया था। पाकिस्तान, एफएटीएफ की बैठक के भय से इस तरह के कदम उठाता है। पर्दे के पीछे का सच, पूरी दुनिया जानती है। ‘लश्कर ए तैयबा’ के प्रमुख और वैश्विक आतंकी हाफिज सईद को पाकिस्तान की अदालत से 31 साल की सजा सुनाई। कई बार ऐसे प्रमाण सामने आते हैं, जिनसे इन दोनों आतंकियों के जेल में होने पर संदेह होता है। इन्हें अतिरिक्त सुरक्षा मुहैया कराई है। हिजबुल मुजाहिदीन का प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन को अमेरिका ने ग्लोबल टेररिस्ट सूची में डाला है। अब कुछ समय से सलाहुद्दीन भूमिगत है। इसे पाकिस्तान में बुलेटप्रूफ वाहन और सिक्योरिटी दी गई हैं। 1993 के मुंबई बम धमाकों का आरोपी, वैश्विक आतंकी दाऊद इब्राहिम को कराची में हाई सिक्योरिटी प्रदान की है। भारत सरकार ने कराची में आतंकियों की मौजूदगी के कई सबूत पाकिस्तान को सौंपे, मगर वहां की सरकार ने इन्हें मानने से इनकार कर दिया। जैश-ए-मुहम्मद का संचालक मसूद अजहर को पाकिस्तान में सुरक्षा दी गई है। पाकिस्तान में मौजूद हाफिज सईद के रिश्तेदार और वैश्विक आतंकी अब्दुल रहमान मक्की और जफर इकबाल को भी सुरक्षा घेरे में रखा है।
अभी तक इन खूंखार आतंकियों का खात्मा
इसी हफ्ते भारत के मुखर आलोचक मलिक असलम वजीर की ब्लास्ट के जरिए हत्या कर दी गई।। घटना, पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा क्षेत्र में साउथ वजीरीस्तान के दाजा घुंडई इलाके में हुई। वजीर के साथ उसका बेटा और एक अन्य व्यक्ति मारा गया। वजीर के जहरीले भाषणों से आतंकियों की भर्ती होती थी। ‘जैश-ए-मोहम्मद’ का सरगना ‘मौलाना मसूद अजहर’ का करीबी ‘मौलाना रहीम तारिक उल्ला’ 13 नवंबर को कराची में अज्ञात हमलावरों की गोली का शिकार हुआ। उससे पहले ‘लश्कर ए तैयबा’ प्रमुख हाफिज सईद का करीबी अकरम खान पाकिस्तान के बाजापुर में अज्ञात हमलावरों द्वारा मारा गया। पाकिस्तान में भारत के मोस्ट वांटेड एवं उनके सहयोगी लगातार मारे जा रहे हैं। आईएसआई, इन आतंकियों को सुरक्षित रखने का प्रयास कर रही है। इसके बाद भी आतंकी, अज्ञात हमलावरों का निशाना बन रहे हैं। आईएसआई की तरफ से आरोप लगाए गए है कि इन सब हत्याओं के पीछे भारतीय एजेंसियों का हाथ है।
कश्मीर घाटी में मसूद अजहर के संदेश
पाकिस्तान आतंकी संगठन, जैश-ए-मोहम्मद का संस्थापक मौलाना मसूद अजहर, जिसका नाम भारत की मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची में शामिल है, वह शांत नहीं है। अपने गुर्गों के जरिए मसूद अजहर कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को बढ़ा रहा है। एनआईए की चार्जशीट में खुलासा हुआ कि कश्मीर घाटी में मसूद अजहर के गुर्गे उसकी तस्वीरें और भड़काऊ ऑडियो एवं वीडियो क्लिप के जरिए युवाओं को गुमराह कर आतंक के रास्ते पर ले जाने का प्रयास कर रहे हैं।