बहुजन समाज पार्टी ने यूपी में मैनपुरी की लोकसभा और रामपुर व खतौली विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव से दूरी बना ली है, पार्टी ने इनमें से किसी भी सीट से अपनी दावेदारी नहीं पेश की है. बसपा प्रमुख मायावती इन दिनों पार्टी संगठन को मज़बूत करने में लगी हुई है, उनका लक्ष्य 2024 में होने वाला लोकसभा चुनाव है जिसे वो अपने दम पर लड़ना चाहती हैं. मायावती ने फ़िलहाल भाजपा और सपा दोनों को समान रूप से अपने टारगेट पर ले रखा है और दोनों ही पार्टियों को वो दलितों और गरीबों का विरोधी बताती हैं, इसके अलावा मायावती मुसलमानों को भी सपा से आगाह करती रहती हैं.
भाजपा-सपा हैं आमने सामने
जहाँ तक मैनपुरी लोकसभा और रामपुर व खतौली विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव की बात है तो मुकाबला सीधा भाजपा और सपा में है. भाजपा की ओर से मैनपुरी लोकसभा सीट पर रघुराज सिंह शाक्य डिंपल यादव चुनौती देने आये हैं। मुजफ्फरनगर के खतौली से राजकुमारी सैनी और रामपुर से आकाश सक्सेना भाजपा की तरफ से चुनावी मैदान में है। बता दें कि रामपुर सदर विधानसभा सीट कोर्ट द्वारा सजा के बाद निर्वाचन आयोग द्वारा मोहम्मद आजम खान को अयोग्य घोषित करने से खाली हुई है.
दिलचस्प हुआ मैनपुरी का मुकाबला
इसी तरह 2013 के मुजफ्फरनगर दंगों से जुड़े एक मामले में भाजपा विधायक विक्रम सिंह को कोर्ट द्वारा दोषी करार देकर दो साल जेल की सजा सुनाई गई जिसके बाद निर्वाचन आयोग ने खतौली विधानसभा सीट को भी रिक्त घोषित किया. बता दें कि मुलायम सिंह यादव की बहू डिंपल यादव ने कल ही नामांकन किया है। रघुराज सिंह शाक्य के मैदान में आने के बाद यहाँ का मुकाबला अब काफी दिलचस्प हो गया है. बता दें कि रघुराज सिंह शाक्य कभी मुलायम सिंह यादव के बहुत करीबी हुआ करते थे, हालाँकि शिवपाल यादव के साथ उनके सम्बन्ध आज भी बहुत मधुर हैं.